सिन्नर (Sinnar) भारत के महाराष्ट्र राज्य के नाशिक ज़िले में स्थित एक नगर है।[1][2][3]

सिन्नर
Sinnar
गोंदेश्वर मंदिर
गोंदेश्वर मंदिर
सिन्नर is located in महाराष्ट्र
सिन्नर
सिन्नर
महाराष्ट्र में स्थिति
निर्देशांक: 19°51′N 74°00′E / 19.85°N 74.00°E / 19.85; 74.00निर्देशांक: 19°51′N 74°00′E / 19.85°N 74.00°E / 19.85; 74.00
देश भारत
प्रान्तमहाराष्ट्र
ज़िलानाशिक ज़िला
जनसंख्या (2001)
 • कुल65,299
भाषा
 • प्रचलितमराठी
समय मण्डलभारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30)

परंपरा के अनुसार सिन्नर की स्थापना गवली (यादव) राजा राव सिनगुनी (सिंघुनी) ने कई सदियों पहले की थी।[4] उनके पुत्र राव गोविंदा ने उस युग में 2 लाख रुपए की लागत से गोंदेश्वर (गोविंदेश्वर) का भव्य मंदिर बनवाया।[5] परंपरागत रूप से, सेउना यादवों को "गवली राजा" या "गवली बौवा" कहा जाता था। भिल्लम-५ (A.D. 1185-93) ने अपनी राजधानी सिन्नर (नासिक के पास) से बदलकर देवगिरि में स्थापित की। मूलतः नासिक से मध्यप्रदेश तक कि भूमि यदुवंशी आभीरों के अधिपत्य में थी। होयसल यादवों की तरह, सेउना यादव भी मूल रूप से पशुपालक या चरवाहा थे। यादवों ने अक्सर खुदको पशुपालक होने में गौरवांकित समझा है।[6][7][8]

इन्हें भी देखें

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  1. "RBS Visitors Guide India: Maharashtra Travel Guide Archived 2019-07-03 at the वेबैक मशीन," Ashutosh Goyal, Data and Expo India Pvt. Ltd., 2015, ISBN 9789380844831
  2. "Mystical, Magical Maharashtra Archived 2019-06-30 at the वेबैक मशीन," Milind Gunaji, Popular Prakashan, 2010, ISBN 9788179914458
  3. Hunter, William Wilson, Sir, et al. (1908). Imperial Gazetteer of India, Volume 18, pp 398–409. 1908-1931; Clarendon Press, Oxford
  4. Verma, Onkar Prasad (1973). A Survey of Hemadpanti Temples in Maharashtra. Nagpur University, 1973. पृ॰ 9.
  5. Kanhere, Gopal Krishna (1989). The Temples of Maharashtra. Maharashtra Information Centre (Directorate-General of Information and Public Relations, Bombay), Government of Maharashtra, 1989. पृ॰ 45.
  6. Dhere, Ramchandra (2011). Rise of a Folk God: Vitthal of Pandharpur South Asia Research. Oxford University Press, 2011. पपृ॰ 246–247. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780199777648.
  7. Dhavalikar, Madhukar (2014). Socio-economic Archaeology of India. Archaeological Survey of India, 2014. पृ॰ 274.
  8. Misra, Om Prakash (2004). Devi Ahilyābāī Holakara evaṃ Maheśvara, itihāsa, saṃskr̥ti evaṃ purātatva. Sañcalanālaya Purātatva, Abhilekhāgāra evaṃ Saṅgrahālaya, Madhyapradeśa, 2004. पृ॰ 8.