सिराजी (Siraji), जिसे सिराज़ी (Sirazi) और सराज़ी (Sarazi) भी कहते हैं, भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य में बोली जाने वाली एक हिन्द-आर्य भाषा है। यह डोडा ज़िले के उत्तरी अर्ध, रामबन ज़िले और किश्तवाड़ ज़िले में बोली जाती है। जिस क्षेत्र में इसे बोला जाता है, वह पारम्परिक रूप से सिराज क्षेत्र कहलाता है। सिराजी में डोगरी भाषा और कश्मीरी भाषा का मिश्रण मिलता है, और समय-समय पर इसे दोनों ही की उपभाषा समझा गया है, हालांकि आधुनिक भाषावैज्ञानिक इसे डोगरी की उपभाषा मानते हैं।[1][2][3][4][5]

सिराजी / सिराज़ी / सराज़ी
Siraji / سراجی
बोलने का  स्थान जम्मू और कश्मीर
क्षेत्र डोडा ज़िला, रामबन ज़िला, किश्तवाड़ ज़िला
समुदाय सिराजी
मातृभाषी वक्ता 46,000 (सन् 2001)
भाषा परिवार
हिन्द-यूरोपीय
लिपि अरबी-फ़ारसी लिपि, देवनागरी, टाकरी लिपि
भाषा कोड
आइएसओ 639-3
लुआ त्रुटि Module:Location_map में पंक्ति 422 पर: No value was provided for longitude।

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Ashiqehind, Vikalp। (2018)। “Sahapedia”।।
  2. Bhat, Shabir Ahmad; Niaz, Sahar (2014). "Siraji". प्रकाशित Devy, G. N.; Koul, Omkar N. (संपा॰). The Languages of Jammu & Kashmir. People's linguistic survey of India. 12. New Delhi: Orient Blackswan. पपृ॰ 291–302. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-250-5516-7.
  3. Grierson 1919
  4. Kaul, Pritam Krishen (2006). Pahāṛi and Other Tribal Dialects of Jammu. 1. Delhi: Eastern Book Linkers. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 8178541017.
  5. Koul, Omkar N.; Schmidt, Ruth Laila (193). Kashmiri : a sociolinguistic survey. Patiala: Indian Institute of Language Studies.