सिरोही जिला
निर्देशांक: 24°53′06″N 72°51′45″E / 24.885°N 72.8625°E सिरोही ज़िला भारत के राजस्थान प्रान्त का एक ज़िला है। इसका मुख्यालय सिरोही है।[1][2]
सिरोही जिला Sirohi district | |
— ज़िला — | |
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०) | |
देश | भारत |
राज्य | राजस्थान |
जनसंख्या • घनत्व |
850,756 (2001 के अनुसार [update]) |
क्षेत्रफल | 5,136 km² (1,983 sq mi) |
आधिकारिक जालस्थल: www.sirohi.nic.in |
विवरण
संपादित करेंसिरोही राजस्थान का पर्वतीय एवं सीमावर्ती जिला हैं। पहलें सिरोही रियासत बड़ी रियासतों में अपना स्थान रखती थी। देश आजाद होने के बाद अब इसको जिला बना दिया है। इसका साम्राज्य बहुत फैला हुआ था। देश आजाद होने के बाद इसका काफ़ी क्षेत्र पाली व जालौर ज़िले में चला गया है। सिरोही रियासत पर १२ वी सदी में देवड़ा ओ का राज था। नगर का मूल नाम शिवपुरी था। १४०५ में राव शोभा जी ने शिवपुरी शहर को बसाया था। जो खोबो की सिरोही से जानी जाती है। प्रदेश का एकमात्र पर्वतीय स्थल माउन्ट आबू इस जिले में हैं। यह क्षेत्र मौर्य, क्षत्रय, हूण, परमार, राठौड, चौहान, गुहिल आदि शासकों के अधीन रहा। प्राचीनकाल में यह क्षेत्र आबुर्द प्रदेश के नाम से जाना जाता था और गुर्जर-मरू क्षेत्र का एक भाग था। देवडा राजा रायमल के पुत्र शिवभान ने सरणवा पहाडों पर एक दुर्ग की स्थापना की और १४०५ में शिवपुरी नामक नगर बसाया। उनके पुत्र सहसमल ने शिवपुरी के दो मील आगे १४२५ में नया नगर बसाया जिसे आजकल सिरोही के नाम से जाना जाता हैं। राजस्थान के दक्षिण-पश्चिम में स्थित सिरोही गुजरात राज्य से जुडा एक प्रमुख नगर और इसी नाम का एक जिला मुख्यालय हैं। यह सिरोही रोड रेल्वे स्टेशन से २४ किलोमीटर दूर स्थित हैं। श्री राय साहब विसाजी मिस्त्री को सिरोही का मुख्य इंजिनियर कहा जाता है। उनके योगदान के लिए उन्हें यहाँ के लोग हमेशा याद करते हैं।
प्रमुख दर्शनीय स्थल
संपादित करें- देलवाडा जैन मन्दिर (म.आबु सिरोही)
- अर्बुदा या अधर देवी,( म.आबु )
- अचलेश्वर महादेव (अचलगड किला म.आबु)
- ऋषि दत्तात्रेय भगवान मंदिर (गुरू शिखर म.आबु) १७२२ mr.
- पावापुरि जैन मन्दिर व गोउशाला
- हनुमानजी मन्दिर, वराडा
- भुतेश्वर महादेव मन्दिर, भुतगाँव
- सार्नेश्वर महादेव मन्दिर, सिरोही
- श्री आम्बेश्वर महादेव मन्दिर, कोलरगङ, सिरोही
- श्री काम्बेश्वर महादेव मन्दिर, सिरोही
- श्री सान्चिया माता मन्दिर, जावाल
- श्री वेज्नाथ महदेव मन्दीर वान
- श्री वाराही माताजी मंदिर पालडी(R)
- सुँधा माता मंदिर {राँगी गौत्र} इंदिरा कोलॉनी भूतगाँव
- सगत सती लुंगबाईसा हिंगलाज धाम, वलदरा (कालन्दी)(सिरोही से 25किमी दुरी पर)
- हनुमानजी मंदिर, वलदरा (कालन्दी)(सिरोही से 25किमी दुरी पर)
- वोवेश्वर महादेव (झाड़ौली वीर)
- लीलाधारी महादेव (मंडार)(सिरोही से 70किमी दुरी पर)
- सांवलाजी मंदिर (वेलांगरी)(सिरोही से 20 किमी दुरी पर)
- रामेश्वर महादेव मन्दिर (मालेरा पिण्डवाडा)(सिरोही से 45किमी दुरी पर)
- गोपेश्वर महादेव मन्दिर (वरली पिण्डवाडा)(सिरोही से 35 किमी दुरी पर)
- ढेकुनाथ महादेव (मालेरा पिण्डवाडा)(सिरोही से 50 किमी दुरी पर)
- विश्व विख्यात सरस्वती मंदिर (अजारी)
- मार्कण्डेश्वर मंदिर अजारी (विरास)
- नीलकण्ठ महादेव मंदिर कांटल (अजारी)
- हडमतिया हनुमान जी मन्दिर (कालंद्री)
- शनि मंदिर (शनिधाम कालंद्री)
- मनोरमा गौधाम नंदगाव केसुआ(रेवदर)
- मालेश्वर महादेव मंदिर अनापुर (रेवदर)
- आरासुरी अम्बे माता मन्दिर (आरासना)
- श्री भुवनेश्वर महादेव मंदिर (डोडुआ) सिरोही से २३ कि.मी.
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Lonely Planet Rajasthan, Delhi & Agra," Michael Benanav, Abigail Blasi, Lindsay Brown, Lonely Planet, 2017, ISBN 9781787012332
- ↑ "Berlitz Pocket Guide Rajasthan," Insight Guides, Apa Publications (UK) Limited, 2019, ISBN 9781785731990