सिलीन स्टेनोफ़ाइला
सिलीन स्टेनोफ़ाइला (Silene stenophylla) पुष्पीय पौधों की एक प्रजाति है, जो कैर्योफ़िलैसिए जीववैज्ञानिक कुल की है। इसे प्रायः नैरो-लीफ़्ड कैम्पियन भी कहा जाता है। यह सिलीन जीववैज्ञानिक वंश में एक प्रजाति है।
सिलीन स्टेनोफ़ाइला Silene stenophylla | |
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सिलीन स्टेनोफ़ाइला सुदूर पूर्वी साइबेरिया और उत्तरी जापान में ही उगता है | |
वैज्ञानिक वर्गीकरण | |
जगत: | पादप |
अश्रेणीत: | पुष्पी पादप (Angiosperms) |
अश्रेणीत: | युडिकॉट (Eudicots) |
अश्रेणीत: | (Core eudicots) |
गण: | कैरियोफ़िलालीस (Caryophyllales) |
कुल: | कैर्योफ़िलैसिए (Caryophyllaceae) |
वंश: | सिलीन (Silene) |
जाति: | S. stenophylla |
द्विपद नाम | |
Silene stenophylla लेदेबूर, (१८४२) |
२०१२ में यह दावा किया गया है कि इसके हिमीकृत नमूनों को, जो ३०,००० वर्ष पुराने थे, पुनर्जीवित कर लेने में सफलता मिली है।[1][2]
आवास एवं विवरण
संपादित करेंयह सुदूर पूर्वी साइबेरिया के टुंड्रा में उगता है। यह अक्सर ५-२५ सेमी. ऊँचा होता है। इसमें चौड़ी पत्तियाँ होती हैं और इसका बाह्यदलपुंज बड़ा होता है।[3]
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Richard Black. "Ancient plants back to life after 30,000 frozen years". बीबीसी न्यूज़. मूल से 7 अप्रैल 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 February 2012.
- ↑ "Scientists regenerate a plant – 30,000 years on". AFP. 20 February 2012. मूल से 23 फ़रवरी 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 February 2012.
- ↑ Pavel Slabý. "Silene stenophylla Ledeb". Rock Garden Plants Database. मूल से 25 फ़रवरी 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 फ़रवरी 2012.