सीताराम येचुरी

भारतीय राजनीतिज्ञ

सीताराम येचुरी (जन्म 12 अगस्त 1952) एक भारतीय राजनीतिज्ञ और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के एक नेता है। वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के जनरल सेक्रेटरी और पार्टी के संसदीय समूह के नेता है। 19 अप्रैल 2015 से महासचिव के रूप में निर्वाचित किया गये थे। 2016 में राज्यसभा में सर्वश्रेष्ठ सांसद पुरस्कार से सम्मानित गये थे।

सीताराम येचुरी
Sitaram Yechuri
सीताराम येचुरी, भारत के वरिष्ठ राजनीतिज्ञ


जन्म 12 अगस्त 1952
चेन्नई, तमिलनाडु
राजनीतिक दल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी)

प्रारंभिक जीवन संपादित करें

सीताराम येचुरी का जन्म 12 अगस्त 1952 को मद्रास (चेन्नई) में एक तेलुगु भाषी ब्राह्मण [1] परिवार में हुआ था[2] उनके पिता सर्वेश्वर सोमयाजुला येचुरी आंध्र प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में इंजीनियर थे। [3] उनकी मां कल्पकम येचुरी एक सरकारी अधिकारी थीं। [4] वह हैदराबाद में बड़े हुए और दसवीं कक्षा तक हैदराबाद के ऑल सेंट्स हाई स्कूल में पढ़ाई की। [5] 1969 का तेलंगाना आंदोलन उन्हें दिल्ली ले आया। [4] उन्होंने प्रेसिडेंट्स एस्टेट स्कूल, नई दिल्ली में दाखिला लिया और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड उच्चतर माध्यमिक परीक्षा में अखिल भारतीय प्रथम रैंक हासिल किया। इसके बाद वो सेंट स्टीफन कॉलेज, दिल्ली से अर्थशास्त्र में बीए (ऑनर्स) की पढ़ाई की और फिर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से म.ए अर्थशास्त्र किया। सीताराम अर्थशास्त्र में पीएचडी के लिए जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में दाखिला लिया था पर इमरजेंसी के दौरान उनकी गिरफ्तारी के बाद वो थमा रह गया।

राजनैतिक जीवन संपादित करें

सन १९७४ में येचुरी स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एस.एफ.आई) में शामिल हुए और उसके एक साल बाद भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के सदस्य बने।

आपातकाल के समय जे.एन.यू में छात्र रहते उन्हें गिरफ्तार किया गया आपातकाल के खिलाफ गुप्त में विरोध गठन करने के लिए। आपातकाल और उनके रिहा के बाद, येचुरी को जे.एन.यू के छात्र-संगठन का नेता एक ही साल तीन बार निर्बचित किया गया (१९७७-१९७८)।[6] येचुरी और प्रकाश कारत का बोहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा जे.एन.यू में एक वामपंथी गढ़ बनाने में।[7]

१९७८ में येचुरी स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के सर्बभारतीय संयुक्त-संपादक बने एबंग बाद में चल कर वह इस.एफ.आई के सर्बभारतीय सभापति निर्बचित हुए। वह पहले ऐसे सभापति थे जो केरल या पश्चिम बंगाल से नहीं थे।[8]

१९८४ में वह सी.पी.आई.एम के केंद्रीय समिति में शामिल किए गए। एक साल बाद पार्टी का संविधान में बदलाव हुआ और एक पाँच सदस्य केंद्रीय सम्पादकमण्डली का चुनाव हुआ। इस मंडली में येचुरी थे और उनके साथ निर्वाचित हुए प्रकाश कारत, सुनील मोइत्रा, प.रामाचंदन, स.रामाचंदन पिल्लाई। यह सम्पादकमंडली पार्टी के पॉलिटबीयूरो के अन्तर्गत कार्य करेगी।[9]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Brahmins in Indian Politics | bighow - big news". Bighow.com. 2009-03-26. मूल से 18 मई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2015-04-23.
  2. "Sitaram Yechury: Suave, Soft-Spoken and Dynamic". NDTV. 19 April 2015. मूल से 19 अप्रैल 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 April 2015.
  3. "S.S. Yechury memorial office building opened" Archived 2016-01-16 at the वेबैक मशीन. The Hindu. 25 July 2011. Retrieved 21 April 2015.
  4. Akshaya Mukul (21 April 2015). "1969 Telangana agitation brought Sitaram Yechury to Delhi". Economic Times. Retrieved 21 April 2015.
  5. K. Venkateshwarlu (19 November 2005). "All Saints High School in select group" Archived 2010-05-20 at the वेबैक मशीन. The Hindu. Retrieved 20 April 2015.
  6. "Sitaram Yechury - Communist Party of India". Communist Party of India. 28 August 2009. Retrieved 20 September 2019.
  7. Sreedhar Pillai (31 January 1989). "Vote for continuity: 13th party congress of CPI(M) in Trivandrum one of the most significant in its history". India Today. Retrieved 20 April 2015.
  8. Akshaya Mukul (21 April 2015). "1969 Telangana agitation brought Sitaram Yechury to Delhi". Economic Times. Retrieved 21 April 2015.
  9. Sreedhar Pillai (31 January 1989). "Vote for continuity: 13th party congress of CPI(M) in Trivandrum one of the most significant in its history". India Today. Retrieved 20 April 2015.