सीता माता वन्य अभयारण्य
सीता माता वन्य अभयारण्य (Sita Mata Wildlife Sanctuary) भारत के राजस्थान राज्य के प्रतापगढ़ ज़िले में स्थित एक वन्य अभयारण्य है।[1][2] 2 नवम्बर 1979 को राजस्थान अधिसूचना संख्या एफ सरकार द्वारा एक संरक्षित वन क्षेत्र के रूप में घोषित कर दिया गया।[3]
सीता माता वन्य अभयारण्य | |
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Sita Mata Wildlife Sanctuary | |
अवस्थिति | प्रतापगढ़ ज़िला, राजस्थान, भारत |
निकटतम शहर | प्रतापगढ़ |
निर्देशांक | 24°04′N 74°25′E / 24.067°N 74.417°Eनिर्देशांक: 24°04′N 74°25′E / 24.067°N 74.417°E |
क्षेत्रफल | 422.95 वर्ग किलोमीटर (163.30 वर्ग मील) |
स्थापित | 1 नवम्बर 1979 |
विवरण
संपादित करेंयहाँ बहुत घने जंगल है इस विकासशील ज़िले की कुल भूमि क्षेत्र लगभग 40% है, जो 422.95 वर्ग किलोमीटर है। यह प्रतापगढ़ ज़िले का मुख्य आकर्षण है। यहाँ की भूमि तीन अलग-अलग संरचनाओं के संगम की लहरदार है - मालवा पठार ,विन्ध्याचल पहाड़ियाँ और अरावली श्रृंखला। यहाँ पर उड़न गिलहरी भी पाई जाती है। इसमै दो अजस्त्र झरने गर्म व ठडै पानी कै बहतै है। यहाँ सार्वजनिक जैव विविधता पाई जाती है, जैसे चीतल, चौसिंगा, स्याहगोश, जंगली सुअर, पैंगोलिन, भारतीय तेन्दुआ, धारीदार लकड़बग्घा, सुनहरा गीदड़, जंगली बिल्ली, भारतीय सेही, स्लोथ रीछ, नीलगाय, आदि। यह एक धार्मिक इस्थल हे यहाँ ऊंचे पहाड़ पर एक सीता माता जी का मंदिर भी हे जहा सीता माता की एक मूर्ति हे वही प्रतापगढ़ के पास एक गाव बोरी हे वहा के लोगो का यह कहना है सीता माता जी की मूर्ति वही के ब्राह्मणो द्वारा इस्थापित कि गइ हे जोशी परिवार बोरी के बुजुर्गों का कहना है कि सीता माता जी अभ्यारण्य में जो सीता माता जी की मूर्ति है वो जोशी परिवार के लोगों के द्वारा स्थापित कि गई है जो कि बोरी गांव से ले जायी गई थी उससे पहले वहां कोई भी मूर्ति नहीं थी जोशी परिवार के प्यारेलाल और रामलाल जोशी जी द्वारा बोरीगांव से ले जाकर यह मूर्ति इस्थापित की गई थी
इन्हें भी देखें
संपादित करेंबाहरी कड़ियाँ
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Lonely Planet Rajasthan, Delhi & Agra," Michael Benanav, Abigail Blasi, Lindsay Brown, Lonely Planet, 2017, ISBN 9781787012332
- ↑ "Berlitz Pocket Guide Rajasthan," Insight Guides, Apa Publications (UK) Limited, 2019, ISBN 9781785731990
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 7 जून 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 जुलाई 2015.