डॉ सुमित पी. वी. एक कवि, आलोचक हैं और साथ ही साथ अनुवादक भी है। उनका जन्म 1984 में केरल के कण्णूर में हुआ था। उन्हें क‌ई पुरस्कारों से सम्मानित भी किया जा चुका है।[1]

मुख्य कृतियां

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"अनामिका के साहित्य में स्त्री विमर्श" और "अनामिका की कविताओं का संबोध्य" उनकी मुख्य कृतियां हैं।

अनुवादित पुस्तकें

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आपने "नेल्सन मंडेला की कहानी" रचना को मलयालम से हिंदी अनुवाद किये और "मेरा जीवन मेरी कहानी", जो सी. के जानु की जीवनी, को भी मलयालम से हिंदी अनुवाद कियें। इसके अलावा आपने "शिखरों से साक्षात्कार" का भी हिंदी अनुवाद किये।

आपको "भारतीय भाषा परिषद का युवा पुरस्कार" और "सृजनलोक सम्मान" से सम्मानित किया गया है।

  1. "सुमित पी.वी".