सुलावेसी

इंडोनेशिया का द्वीप
(सुलावेसी द्वीप से अनुप्रेषित)

सुलावेसी (Sulawesi) इंडोनेशिया के बड़े सुन्दा द्वीप समूह के चार द्वीपों में से एक है और, बोर्नियो और मालूकू द्वीप के बीच स्थित है। इंडोनेशिया में केवल सुमात्रा, बोर्नियो और पापुआ ही क्षेत्र में इससे बड़े हैं और केवल जावा और सुमात्रा की आबादी ही इससे अधिक है। इसे पहले सेलिबिज़ (पुर्तगाली: Celebes) के नाम से जाना जाता था।

सुलावेसी
भूगोल
अवस्थितिदक्षिण पूर्व एशिया
निर्देशांक2°08′S 120°17′E / 2.133°S 120.283°E / -2.133; 120.283
द्वीपसमूहबड़ा सुन्दा द्वीप समूह
क्षेत्रफल174,600 km2 (67,410 sq mi)
क्षेत्रफल दर्जा11वां
अधिकतम ऊँचाई3,478 m (11411 ft)
प्रशासन
इंडोनेशिया
जनसांख्यिकी
जनसंख्या1.6 करोड़
जन घनत्व92 /km2 (238 /sq mi)

सुलाबेसी द्वीप में ३ लंबे प्रायद्वीप हैं जो तोमिनी या गोरोंतलो, टोलो और बोनी की खाड़ियों का निर्माण करते हैं। इस कारण इसकी आकृति बहुत ही विचित्र है। सेलेबीज की लंबाई ८०० मील है लेकिन तट रेखाओं की लंबाई २००० मील है। इसकी औसत चौड़ाई ३६ से १२० मील तक है। वैसे एक स्थान पर तो इसकी चौड़ाई केवल १८ मील है। इस प्रकार इस द्वीप का कोई भी स्थान समुद्र से ७० मील से अधिक दूर नहीं है। गहरे समुद्र में स्थित इस द्वीप के पूर्व में न्यूगिनी, पश्चिम में बोर्नियो, उत्तर में सेलेबीज सागर तथा दक्षिण में फ्लोर्स सागर एवं द्वीप हैं। मकासार जलडमरूमध्य इसे बोर्नियो से पृथक् करता है। तट पर प्रवालीय द्वीप है। सेलेबीज का धरातल प्राय: पर्वतीय हैं। इस द्वीप में उत्तर से दक्षिण दो समांतर पर्वत श्रेणियाँ फैली हुई हैं। माउंट लैंतेमेरिओ (११२८६) सर्वोच्च बिंदु है। उत्तर पूर्व एवं दक्षिण के पर्वत ज्वालामुखीय हैं जिनमें से कुछ सक्रिय भी हैं। पर्वत श्रेणियों के बीच में चौड़ी भूभ्रंश घाटियों में कई झीलें हैं। टोनडानो झील ९ मील लंबी तथा 3.5 मील चौड़ी है। प्राकृतिक झरनों से युक्त इसका दृश्य बहुत ही मनोहारी है। यह समुद्र तल से २००० फुट की ऊँचाई पर है। पोसो, मैंटेना एवं बोबूती अन्य मुख्य झीलें हैं। सेलेबीज की नदियाँ बहुत ही छोटी-छोटी हैं तथा प्रपात एवं खड्ड का निर्माण करती है। तटीय मैदान नाम मात्र का ही है। जेनेमेजा, पोसो, सादांग और लासोलो मुख्य नदियाँ हैं। यहाँ की जलवायु गर्म है लेकिन समुद्री हवाओं के कारण गर्मी का यह प्रभाव कम हो जाता है। औसत ताप ११°-३०° सें. के बीच में रहता है। न्यूनतम एवं उच्चतम ताप क्रमश: २०° एवं ७०° सें. है। पश्चिमी तट पर वर्षा २१ इंच होती है जबकि उत्तरी पूर्वी प्रायद्वीप में १०० इंच होती है। अधिकांश भाग जंगलों से ढका है। पर्वतीय ढालों पर की वनस्पतियों का दृश्य बड़ा ही लुभावना है। ताड़ की विभिन्न जातियों से रस्सियों के लिए रेशे, चीनी के लिए रस, तथा सैगुगेर (Sagueir) नामक पेय पदार्थ की प्रापित होती है। बाँस, ब्रेडफ्रुट, टेमिरिट और नारियल के वृक्षों की बहुलता है। खाद्यान्न में धान और मक्का उल्लेखनीय है। गन्ना, तंबाकू और शाक सब्जी की उपज खूब होती है। तटीय क्षेत्रों में मछलियाँ पकड़ी जाती हैं। मेनाडो में सोना मिलता है। अन्य खनिजों के निकल, लोहा, हीरा, सीसा एवं कोयला मुख्य हैं। निर्यात की वस्तुओं में गरी, मक्का, कहवा, रबर, कापाक, जायफल खाल और सींग तथा लकड़ियाँ हैं। तटीय भागों में अधिक लोग निवास करते हैं। अधिकांश निवासी मलय हैं। सेलेबीज में पाँच जनजातियाँ मुख्य हैं-टोला (Toala), बुगिनीज (Buginese), मकासर (Macassar), मिन्ह्राासीज एवं गोरोंतलीज (Gorontalese)।

सर्वप्रथम १५१२ ई. में पुर्तगाली यहाँ आए और १६२५ ई. में ये मकासर में बसे। १९६० ई. में डचों ने इन्हें निकाल बाहर कर दिया और १९४६ तक इस पर नीदरलैंड्स ईस्ट इंजीड के भाग के रूप में वे शासन करते रहे। १९५० ई. में हिंदेशिया गणतंत्र के बनने पर यह सुलाबेसी नाम का प्रदेश बना। प्रशासकीय दृष्टि से इसे दो प्रांतों, उत्तरी सुलावेसी एवं दक्षिणी सुलावेसी, में बाँटा गया है। इसके प्रशासकीय केंद्र क्रमश: मेनाडो एवं मकासर हैं। मकासर मुख्य बंदरगाह एवं व्यापारिक केंद्र भी है। मेनाडो भी बंदरगाह है। दूसरा महत्वपूर्ण नगर एवं बंदरगाह गोरोंतलो है।