सेंट पॉल कैथेड्रल, कोलकाता
सेंट पॉल कैथेड्रल भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में स्थित एक एंग्लिकन कैथेड्रल हैा यह चर्च गौथिक वस्तुकला का महत्वपूर्ण उदाहरण हैा इसकी आधारशिला सर्वप्रथम बिशप डैनियल विल्सन ने 1839 में रखी तथा यह चर्च आठ साल बाद 1847 में बनकर तैयार हो गया। इसे कोलकाता का सबसे बड़ा गिरजाघर और एशिया का पहला एपिस्कोपल चर्च कहा जाता हैा यह ब्रिटिश साम्राज्य के विदेशी क्षेत्र में निर्मित पहला चर्च भी था। 19वीं शताब्दी में युरोपिय लोगों के बढ़ती आबादी को देखते हुए कोलकाता में कैथेडल रोड आकर्षण द्वीप पर बनाई गई थी।[1][2]
सेंट पॉल कैथेड्रल | |
22°32′39″N 88°20′48″E / 22.54417°N 88.34667°Eनिर्देशांक: 22°32′39″N 88°20′48″E / 22.54417°N 88.34667°E | |
स्थान | 1ए, कैथेड्रल रोड, कोलकाता – 71 |
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देश | भारत |
संप्रदाय | एंग्लिकन |
समर्पण | सेंट पॉल |
वास्तुकला | |
स्थिति | कैथेड्रल |
व्यावहारिक स्थिति | सक्रिय |
उपाधि | 1847 |
वास्तुकार | मेजर विलियम नायर्न फोर्ब्स, सी.
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वास्तु प्रकार | भारत-गॉथिक |
शैली | गॉथिक पुनरुद्धार |
शिलान्यास | 1839 |
पूर्ण | 1847 |
निर्माण लागत | रु 4,35,669 |
विशिष्टताएं | |
लंबाई | 247 फीट (75 मी॰) |
चौड़ाई | 81 फीट (25 मी॰) |
शिखर ऊँचाई | 201 फीट (61 मी॰) |
सामग्री | विशेष ईंटें, इस्पाती कैंचियाँ और महीन चूना पलस्तर |
प्रशासन | |
धर्मप्रदेश | कलकत्ता |
पादरी | |
Bishop(s) | श्रद्धेय परितोष कैनिंग |
पुजारी | श्रद्धेय अबीर अधिकारी (फरवरी 2018-से अब तक) |
Assistant priest | श्रद्धेय निरोद स्टीफन नाग(फरवरी 2018-से अब तक) |
अवस्थिति
संपादित करेंसेंट पॉल कैथेड्रल विक्टोरिया मेमोरियल से एक सिधी रेखा, बिशप पैलेस के ठीक सामने, चौरंगी रोड, कोलकाता में स्थित हैा रबींद्र सदन थिएटर कॉम्प्लेक्स, तारामंडल इसके करीब में ही हैा कोलकाता प्रमुख शहरों के रेल, सड़क, वायु मार्ग द्वरा जुड़ा हुआ हैा इसके निकटतम अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डा दमदम, मैट्रों में मैदान हैा यहाँ के रेलवे स्ट्रेशन से पीलि टैक्सियाँ, कैब में (ओला, ऊबर) की कमी नहीं हैा सेंट पॉल कैथेड्रल से कोलकाता में घुमने के कई स्थान है जिनमें विक्टोरिया मेमोरियल, बिडला मंदिर, तारामंडल, बीबीडी बाग, प्रिंसीप घाट, फोर्ट विलियम कॉलेज, पार्क स्टीट, और फूड पार्क आदि शामिल हैा[3]
इतिहास
संपादित करेंकोलकाता के बढ़ते यूपोपियन समुदाय के लिए पहले से मौजुद चर्च छोटा हो गया था। उस समय बंगाल में 4,000 ब्रिटिश पुरूष औऱ 3,000 महिलाएँ मजूद थे। 1819 में, बंगाल के तत्कालिन गर्वनर जनरल मार्क विलियम ऑफ हेस्टिंग के अनुरोध पर वस्तुकार विलियम नायर फोब्स के सामने कैथेड्रल डिजाइन बनाने का प्रस्ताव पारित किया । हलाकि यह अधिक महंगा होने के कारण बिशप मिडलटन ने नए कैथेड्र का जगह का सुझाव दिया, जो अब फाइव कोर्ट के रुप में जाना जाता हैा हालकि बिल्डंग प्लान से पहले 1822 में मिल्टन की मृत्यु हो गयी। इसके बाद बिशप डैनियल बिल्सन ने इस परियजोना को पुर्नजिवित किया। कैथेड्रल के निर्माण के लिए 7 एकड़ भूमि के अधिग्रहण के बाद एक कैथेड्रल समिति का गठन किया गया । बिशप बिल्सन के अनुरोध पर सैन्य इंजिनियर मेजर विलियम नायर फोब्स (1795-1855) के मध्यान्तर वस्तुकार सीके रॉबिन्सन की सहायता से गिरजाघर का डिजाइन तैयार किया। इसकी आधारसिला 8 अक्टूबर 1839 में रखी तथा यह चर्च आठ साल बाद 8 अक्टूबर 1847 में बनकर तैयार हो गया।[4]
कोलकाता में 1897 के भूकंप के फलस्वरुप गिरजाघर का काफी नुकसान हुआ दूसरी बार 1934 में भूकंप से गिरजाघर का स्टीपल टॉबर टूट गया था। इसके बाद इसे पुर्णनिर्मित किया गया । गिरजाघर का डिजाइन इंडों-गोथिक है, जो भारत के जलवायु परिस्थितियों के अनुकूल रुपांतरित किया गया इसमें तीन ग्लास खिड़कियों भिति चित्र शामिल हैा यह इंग्लैण्ड कैथेड्रल नॉविर्च कैथेड्रल से मिलता जुलता रुप हैा इसकी लम्बाई 247 फीट और चौड़ाई 81 फीट तथा 175 फीट की ऊँचाई हैा यह चर्च गोलथिक वस्तुकला शैली में निर्मित औपनिवेशिक युग वस्तुशिल्प में से एक माना जाता हैा[5]
विशिष्टय
संपादित करेंचर्च पतले सीधे खड़े खम्भों, मेहराब और सम्भाार के साथ सुस्जित हैा इसके के आंतरिक और बाहरी भाग महीन चून के प्लास्टर किया हुआ। कैथेड्रल के आंतरिक एक सिंगल हॉल हैा इसके अनुरुनी हिस्सों में असमान्य रुप से ऊँची छत, खुबसूरती नक्कशीदार चबूतरे, दीवारों पर भिति चित्र अन्य स्मारकों सहित स्वतंत्र कलाकृतियाँ भरा पड़ा हैा लॉडमियों के याद में तीन ग्लास से सना खिड़कियाँ फ्लोरेंटाइन क्लासिक शैली का प्रतिनिद्धित करता हैा गिराजघर के दिवारों पर बनी पेंटिग सेट पॉल के जीवन और महत्व को चित्रित करता हैा कैथेडल परिसर में एक पुस्तकालय भी है, जिसमें 800 पुस्तकें और पांडुलिपियाँ बिशप बिल्सन के द्वारा दान दिया गया था[6] इसके साथ इसके चारों तरफ अनेक हरा-भरा पेड़ों की प्रजतियाँ से घिरा हुआ हैा यह 5 लाख के लागत में बनाया गया जिसमें 800 से 1,000 लोगों के बैठने की जगह हैा गिरजाघर के मुख्य हॉल की सुन्दर नक्काशीदार लकड़ी के चर्च की कुर्सियाँ बेंच के साथ सजाया गया हैा यह चर्च सौह्रद, खुबसूरती के साथ शांत वतावरण के लिए जाना जाता हैा[7]
प्रवेश
संपादित करेंचर्च सप्ताह के सातों दिन खुला रहता हैा गिरजाघर के खुलने का समय सुबह 9.00 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक तथा शाम को 3.00 बजे से शाम 6.00 बजे तक हैा सीफ रविवार के दिन यह सुबह 7.30 बजे से शाम 6.00 बजे तक रहता हैा इसके अलावा चर्च में जाने के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं देना पड़ता हैा यहाँ देश-विदेश से आये लोग क्रिसमस के त्यौहार मजोमस्ती और उल्लास के साथ मनाते हैा[8]
चित्र दीर्घा
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "St. Paul's Cathedral- Asia's First Episcopal Church by Oursamyatra" [सेंट पॉल कैथेड्रल- हमारीसमात्रा द्वारा एशिया का पहला एपिस्कोपल चर्च]. Oursamyatra (अंग्रेज़ी में). 30 जुलाई 2017. मूल से 30 दिसंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 अप्रैल 2020.
- ↑ "Church of the Province of South East Asia" [दक्षिण पूर्व एशिया के प्रांत का चर्च]. Episcopal Church (अंग्रेज़ी में). 30 अप्रैल 2012. मूल से 30 दिसंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 अप्रैल 2020.
- ↑ "St. Paul's Cathedral Kolkata (Timings, History, Entry Fee, Images, Location & Information) - Kolkata Tourism 2020" [सेंट पॉल कैथेड्रल कोलकाता (समय, इतिहास, प्रवेश शुल्क, चित्र, स्थान और सूचना) - कोलकाता पर्यटन 2020]. kolkatatourism.travel (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 24 अप्रैल 2020.
- ↑ "St Paul's Cathedral, Kolkata, India, by William Nairn Forbes: The First Victorian Cathedral" [सेंट पॉल कैथेड्रल, कोलकाता, भारत, विलियम नायर फोर्ब्स द्वारा: द फर्स्ट विक्टोरियन कैथेड्रल]. www.victorianweb.org (अंग्रेज़ी में). मूल से 10 सितंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 अप्रैल 2020.
- ↑ "St. Paul's Cathedral | Kolkata City Tours" [सेंट पॉल कैथेड्रल, कोलकाता सिटी टूर] (अंग्रेज़ी में). मूल से 29 अक्तूबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 अप्रैल 2020.
- ↑ "St. Paul's Cathedral, Kolkata | Timings, Photos, Address" [सेंट पॉल कैथेड्रल, कोलकाता, समय, तस्वीरें, पता]. www.holidify.com (अंग्रेज़ी में). मूल से 6 दिसंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 अप्रैल 2020.
- ↑ "St Paul's Cathedral, Kolkata, India, by William Nairn Forbes: The First Victorian Cathedral" [सेंट पॉल कैथेड्रल, कोलकाता, भारत, विलियम नायर फोर्ब्स द्वारा: द फर्स्ट विक्टोरियन कैथेड्रल]. www.victorianweb.org (अंग्रेज़ी में). मूल से 10 सितंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 अप्रैल 2020.
- ↑ "St. Paul's Cathedral Kolkata (Timings, History, Entry Fee, Images, Location & Information) - Kolkata Tourism 2020" [सेंट पॉल कैथेड्रल कोलकाता (समय, इतिहास, प्रवेश शुल्क, चित्र, स्थान और सूचना) - कोलकाता पर्यटन 2020]. kolkatatourism.travel (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 24 अप्रैल 2020.