कर्नल सर सैमुअल स्विंटन जैकब (Samuel Swinton Jacob; 14 जनवरी 1841—4 दिसंबर 1917) ब्रिटिश भारत में सेना में एक इंजीनियर, स्थापत्यकार एवं लेखक थे।[1] इन्हें तत्कालीन औपनिवेशिक भारत के कई भवनों के स्थापत्यकार के रूप में जाना जाता है जिन्हें इन्होने इंडो-सारसेनी शैली में डिजाइन किया। इन्होने सैन्य सेवा की शुरूआत बंबई प्रेसिडेंसी की सेना से 1858 में शुरू की और पाँच वर्षों बाद इंजीनियर और सर्वेयर बने। बॉम्बे स्टाफ़ कॉर्प्स में लोक निर्माण विभाग में काम किया और बाद में 1867 में ये जयपुर रियासत के मुख्य अभियंता नियुक्त हुए।

सैमुअल स्विंटन जैकब
जन्म 14 जनवरी 1841
मौत 4 दिसम्बर 1917(1917-12-04) (उम्र 76 वर्ष)
समाधि ब्रुकवुड कब्रिस्तान
ब्रुकवुड कब्रिस्तान

इनके डिजाइन किये हुए भवनों में जयपुर का अल्बर्ट हॉल संग्रहालय; जोधपुर का उम्मेद भवन पैलेस (1935), बीकानेर का लालगढ़ महल तथा लखनऊ के किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय का भवन प्रमुख हैं। दिल्ली के ब्रिटिश कालीन निर्माण और डिजाइन में इन्हें लुटियंस का सहयोगी नियुक्त किया गया था हालाँकि, स्वास्थ्य कारणों से इन्हें जल्द ही इंग्लैंड वापस लौटना पड़ा।