सौवीर प्राचीन भारत का एक राज्य था जिसका उल्लेख महाभारत में हुआ है। महाभारत आदि पर्व के अनुसार यह सिंधु अथवा सिंधु नदी के आसपास लगे प्रदेश का नाम था, जहाँ का राजा विपुल, अर्जुन द्वारा मारा गया था। जयद्रथ को सिन्धुदेश, सौवीर और शिवि का राजा बताया गया है। महाभारत के अश्वमेघिक पूर्व में वर्णन है कि श्रीकृष्ण हस्तिनापुर से जब द्वारका जा रहे थे तो उन्हें रास्ते में बालू, धूल व काँटों वाला मरुस्थल (मरुभूमि) का रेगिस्तान पड़ा था। महाभारत के वन पूर्व में इस भू-भाग को सिंधु-सौवीर कहकर सम्बोधित किया गया है। महाभारत के समापर्व के अध्याय ३२ में वर्णित है कि पाण्डु पुत्र नकुल ने अपने पश्चिम दिग्विजय में मरुभूमि, सरस्वती की घाटी, सिंध आदि प्रांत को विजित कर लिया था। मरुभूमि आधुनिक माखाड़ का ही विस्तृत क्षेत्र है।

सराइकी शब्द सम्भवतः 'सौवीर' से ही व्युत्पन्न है।

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