स्पाडेक्स
स्पासडेक्स (SpaDeX) या अंतरिक्ष डॉकिंग प्रयोग भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा विकसित किया जा रहा एक उपग्रह मिशन है जिसका लक्ष्य अन्तर्गत मानव को अंतरिक्ष में भेजने तथा अंतरिक्ष में उपग्रह का रखरखाव करने से सम्बन्धित प्रौद्योगिकियों को सुदृढ करना है।
परीक्षण के समय स्पेडेक्स के 'पीछा करने वाला' (चेजर) (SDX01) तथ 'लक्ष्य' (SDX02) नामक अंतरिक्ष यान परीक्षण के समय स्पेडेक्स के 'पीछा करने वाला' (चेजर) (SDX01) तथ 'लक्ष्य' (SDX02) नामक अंतरिक्ष यान | |
संचालक (ऑपरेटर) | इसरो |
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अंतरिक्ष यान के गुण | |
बस | Modified IMS-1 |
निर्माता |
U R Rao Satellite Centre (ISRO) अनन्त टेक्नालोजीज |
मिशन का आरंभ | |
प्रक्षेपण तिथि | 30 दिसम्बर 2024, 10:00:15 PM भा०मा०स० (16:30:15 UTC) |
रॉकेट | PSLV-CA C60[1] |
प्रक्षेपण स्थल | सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र प्रथम लांच पैड |
ठेकेदार | इसरो |
स्पाडेक्स अभियान का एक महत्वपूर्ण चरण भारतीय समयानुसार ३० दिसम्बर २०२४ को रात्रि १० बजे आरम्भ किया गया। इस अभियान ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अन्तरिक्ष केन्द्र के प्रथम लाँच पैड से रॉकेट छोड़ा जिसमें दो उपग्रह थे। ये उपग्रह संशोधित आईएमएस-1 वर्ग (220 किलोग्राम) के हैं। इसमें एक उपग्रह एक पीछा करने वाला (चेज़र) है और दूसरा लक्ष्य ( टारगेट)। दोनों उपग्रहों को थोड़ी अलग-अलग कक्षाओं में स्थापित किया गया है। ७ जनवरी, २०२५ को ये दोनों यान आपस में जोड़े जायेंगे।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "PSLV-C60 SPADEX Mission" (PDF). ISRO. अभिगमन तिथि 28 December 2024.