'स्वदेश' उत्तर भारत का प्रमुख हिन्दी दैनिक समाचार पत्र है। इसका बीजारोपण उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुआ था। सर्वप्रथम प्रकाशन 1948 में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से शुरू हुआ। तब इसके संपादक का दायित्व श्री अटल बिहारी वाजपेयी और प्रबंधन पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने निर्वहन किया। कतिपय कारणों से स्वदेश का प्रकाशन लखनऊ से बंद हो गया। स्वदेश का पुनर्प्रकाशन सन 1966 में मध्य प्रदेश के इंदौर से शुरू हुआ। तदुपरांत ग्वालियर प्रवास के दौरान 1971 में श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने पुनः स्वदेश के संपादन का गुरुतर दायित्व ग्रहण किया। उन्होंने पत्रकारिता के जिस प्रकल्प का बीजारोपण किया वह 'स्वदेश' आज अपने ध्येय 'राष्ट्रीय विचार सटीक समाचार' के साथ ध्येयनिष्ठ पत्रकारिता के पांच दशक 2021 में ही पूरे कर चुका है। 'स्वदेश' वर्तमान में उत्तर प्रदेश के लखनऊ, झांसी एवं आगरा तथा मध्य प्रदेश के ग्वालियर, भोपाल, सतना, गुना, रीवा, जबलपुर, इंदौर, शाजापुर एवं खंडवा से प्रकाशित हो रहा है। राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के साथ उत्तराखंड की राजधानी देहरादून, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर, राजस्थान की राजधानी जयपुर हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला, हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ से स्वदेश के संस्करण का प्रकाशन प्रस्तावित है। स्वदेश का मुख्यालय मध्य प्रदेश के ग्वालियर में है और समूह संपादक का दायित्व श्री अतुल तारे जी निर्वहन कर रहे हैं। आगरा में वरिष्ठ पत्रकार मधुकर चतुर्वेदी संपादक हैं। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से पुनर्प्रकाशित हो रहे स्वदेश के संपादक का दायित्व डॉ.अतुल मोहन सिंह निभा रहे हैं। [1][2]