स्वर्गारोहिणी पर्वत शिखर
स्वर्गारोहिणी उत्तर भारत में हिमालय पर्वतमाला का एक पर्वत शिखर है। यह उत्तराखण्ड राज्य के उत्तरकाशी जिले में आता है। यह गढ़वाल हिमालय के सरस्वती रेन्ज (बन्दरपूंछ) का एक पर्वत पुंजक या समूह है जो गंगोत्री शिखर समूह के पश्चिमी ओर पड़ता है। इसमें चार पृथक शिखर आते हैं: स्वर्गारोहिणी मुख्य शिखर, जो इस लेख का केन्द्र है किन्तु हिमालयी मानकों के अनुसार तो विशेष ऊंचाई का है और न ही बन्दरपूछ शृंखला का सबसे ऊंचा पर्वत है। इसका उत्तर मुख २ किलोमीटर से भी कम में ही २००० मी॰ (६५६० फ़ी॰) तक आ जाता है एवं दक्षिणी मुख 3 किलोमीटर (1.9 मील) में इतना ही ऊंचा रह जाता है।
स्वर्गारोहिणी | |
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चित्र:Swargarohini and Bandarpunch in .jpg | |
उच्चतम बिंदु | |
ऊँचाई | 6,252 मी॰ (20,512 फीट) [1] |
निर्देशांक | 31°05′04″N 78°30′58″E / 31.08444°N 78.51611°E [1] |
भूगोल | |
मातृ श्रेणी | गढ़वाल हिमालय |
आरोहण | |
प्रथम आरोहण | १९९० में नेहरु पर्वतारोहण संस्थान के एक दल द्वारा |
सरलतम मार्ग | तकनीकी शिला/हिम/हिमारोहण |
कारण इसकी चढ़ाई खड़ी और चुनौतीपूर्ण जाती है। इसके पूर्वि शिखर की ऊंचाई 6,247 मी॰ (20,495 फीट) है, जो पश्चिमि शिखर से कुछ कम है। हालांकि पश्चिमी शिखर के प्रथम आरोही दावा करते हैं कि यह अन्य दोनों शिखरों से ऊंचा है।[2]
यह हिमाच्छादित शिखर टोंस नदी का उद्गम है और बन्दरपूंछ पुन्जक के साथ यह यमुना एवं भागीरथी नदियों के बीच जल विभाजन करता है।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ एच. एडम्स कार्टर, "Classification of the Himalaya", अमेरीकी ऑल्पाइन जर्नल, १९८५, पृ॰१४१।
- ↑ Kamal K. Guha, "Swargarohini", American Alpine Journal, 1976, p. 527.