स्वेच्छाचार, नाथ सम्प्रदाय का महत्वपूर्ण दर्शन है। 'स्वेच्छाचार' का शाब्दिक अर्थ है- 'अपनी इच्छा के अनुसार चलते हुए जीवन जीना'।

इन्हें भी देखें संपादित करें