साँचा:ज्ञानसन्दूक कोरियाई नाम

हानजा, चीनी वर्णों के लिए प्रयुक्त होने वाला कोरियाई शब्द है। यह उन शब्दों के लिए प्रयुक्त होता है जो चीनी वर्णों से लिए गए हैं और जो कोरियाई उच्चारण के साथ बोले जाते है। हानजा मल या हानजा-इओ वे शब्द हैं जो हानजा के साथ लिखे जाते हैं। हन्मुन का अर्थ शास्त्रीय चीनी लेखन से है, लेकिन हानजा को कभी-कभार हन्मुन के लिए भी प्रयुक्त किया जाता है। हानजा में बहुत परिवर्तन नहीं आया है इसलिए बहुत से चीनी वर्ण वैसे ही हैं जैसे की पारम्परिक चीनी वर्ण। केवल कुछ ही हानजा वर्ण कोरिया के लिए अनुपम हैं।

हालांकि दशक १४४० में, ध्वनि पर आधारित कोरियाई वर्णमाला का आविष्कार, राजा सेजोंग महान ने किया था। सर्वप्रथम इसका बहुत उपयोग नहीं हुआ। तथापि, प्रारम्भिक १९वीं और २०वीं सदी के दौरान इसका उपयोग हानजा से अद्जिक था और यह अब कोरिया की आधिकारिक भाषा है।

पर तब तक, लगभग हर कोई हानजा लिखना और पढ़ना जानता था, इसलिए अधिकान्श प्राचीन कोरियाई पुस्तकें हानजा में लिखी हुई हैं। जो विद्यार्थी कोरियाई इतिहास का अध्ययन करते हैं वे ह्ंजा भी सीखते हैं ताकि एतिहासिक दस्तावेज़ों को पढ़ा जा सके। कोरिया में आज भी बच्चे हानजा सीखते हैं और बहुत से कोरियाई शब्दों की जड़े हानजा में ही हैं।