हमीरपुर जिला, हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश का ज़िला
(हमीरपुर जिला से अनुप्रेषित)
हमीरपुर भारतीय राज्य हिमाचल प्रदेश का एक ज़िला है। यहां के लोग बड़ी संख्या में भारतीय सेना एवं केंद्रीय सुरक्षा बल में शामिल है[1]
हमीरपुर जिला, हिमाचल प्रदेश | |
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हमीरपुर ज़िला, हिमाचल प्रदेश |
इसीलिए इस जिले को वीरभूमि के नाम से भी जाना जाता है,
सड़को के घनत्व के हिसाब से भी ये जिला पूरे भारत में सर्वप्रथम है
इसी नाम से एक ज़िला उत्तर प्रदेश में भी है।
हमीरपुर की स्थापना
संपादित करें1700 ई० में आलम चंद की मृत्यु के बाद हमीरचंद कांगड़ा के शासक बने। उस समय कांगड़ा का किला मुग़लों के अधीन था। हमीरचंद ने 1700 ई० से लेकर 1747 ई० तक कांगड़ा रियासत पर शासन किया। हमीरचंद ने 1743 ई० में जिस स्थान पर एक किले का निर्माण किया, वही स्थान कालांतर में हमीरपुर कहलाया।
ज़िले का मुख्यालय हमीरपुर है। दिल्ली से हमीरपुर के लिए सीधी बसें हैं। यहां एक हमीरपुर इंजीनियरिंग कॉलेज भी है।
- क्षेत्रफल - 1,118 वर्ग कि.मी.
- जनसंख्या - 454768 (2011 जनगणना)
- साक्षरता - 88.15% (2011)
- एस. टी. डी (STD) कोड - 01972
- समुद्र तल से उचाई -980 to 1100 Mtr.
- अक्षांश - उत्तरी 31.25.से 31.58
- देशांतर - पूर्व 76.18 से 76.44
- औसत वर्षा - मि.मी.
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करेंहमीरपुर ज़िले का इतिहास इस प्रकार है:
- हमीरपुर ज़िले का इतिहास कटोच राजवंश से जुड़ा है.
- हमीरपुर ज़िले का नाम राजा हमीर चंद के नाम पर पड़ा है.
- राजा हमीर चंद ने 1700 ईस्वी से 1740 ईस्वी तक इस क्षेत्र पर शासन किया था.
- राजा हमीर चंद ने 1743 ईस्वी में जिस स्थान पर एक किले का निर्माण किया, वही स्थान कालांतर में हमीरपुर कहलाया.
- हमीरपुर 1 नवंबर 1966 तक पंजाब प्रांत का हिस्सा था.
- पंजाब के पुनर्गठन के बाद, इन क्षेत्रों को हिमाचल प्रदेश में मिला दिया गया.
- 1 सितंबर 1972 को हमीरपुर को ज़िला घोषित किया गया.
- हमीरपुर ज़िले में सुजानपुर टीहरा भी एक ऐतिहासिक जगह है.
- हमीरपुर ज़िले में टौणीदेवी और अवाहदेवी मंदिर भी दर्शन के लिए जाने जाते हैं.
- हमीरपुर को देश की सेवा में दिए गए योगदान और बलिदान के लिए बहादुरों की भूमि के रूप में भी जाना जाता
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