हरमन एमिल फिशर
जर्मन रसायनज्ञ
हरमन एमिल लूई फिशर (9 अक्टूबर 1852 - 15 जुलाई 1919) एक जर्मन रसायनशास्त्री थे जिन्हें 1902 में रसायन शास्त्र में नोबेल पुरस्कार प्राप्त हुआ था। उन्होंने फिशर एस्टरीफिकेशन की खोज की एवं असममित कार्बन परमाणुओं को प्रतीकात्मक रूप से चित्रित करने की विधि, फिशर प्रोजेक्शन का भी विकास किया।
हरमन एमिल फिशर | |
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हरमन एमिल फिशर | |
जन्म |
हरमन एमिल लूई फिशर 9 अक्टूबर 1852 ओएसकिर्चेन, राइन प्रांत |
मृत्यु |
15 जुलाई 1919 बर्लिन आत्महत्या | (उम्र 66 वर्ष)
राष्ट्रीयता | जर्मनी |
क्षेत्र | रसायन शास्त्र |
संस्थान |
म्यूनिक विश्वविद्यालय (1875–81) अरलैंगेन विश्वविद्यालय (1881–88) वुर्जबर्ग विश्वविद्यालय (1888–92) बर्लिन विश्वविद्यालय (1892–1919) |
शिक्षा |
बॉन विश्वविद्यालय स्ट्रासबर्ग विश्वविद्यालय |
डॉक्टरी सलाहकार | अडॉल्फ वॉन बेयर |
डॉक्टरी शिष्य |
अल्फ्रेड स्टॉक ओटो डायल्स ओटो रफ वाल्टर ए जेकब्स लुडविग नॉर ऑस्कर पिलोटी जुलियस टफेल फ्रेडरिक हरमन ल्यूक्स |
प्रसिद्धि | शर्करा एवं प्यूरीन के अध्ययन |
उल्लेखनीय सम्मान |
रसायन में नोबेल पुरस्कार (1902) इलियट क्रेस्सन मेडल (1913) |