हरियाणा क्रिकेट टीम हरियाणा क्रिकेट एसोशियेशन द्वारा संचालित एक स्थानीय क्रिकेट टीम है जो भारतीय राज्य हरियाणा के प्रस्तुत करती है। टीम भारत के प्रथम-श्रेणी क्रिकेट की सबसे बड़ी प्रतियोगिता रणजी ट्रॉफी में भाग लेती है। इसके अतिरिक्त यह टीम श्रेणी ए की प्रतियोगिता विजय हजारे ट्रॉफी तथा स्थानी टी20 प्रतियोगिता सय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी भाग लेती है। इस टीम ने एकबार रणजी ट्रॉफी में जीत दर्ज की तथा एकबार फाइनल में पहुंचकर हार दर्ज की। इस टीम ने एक बार ईरानी ट्रॉफी में भी जीत प्राप्त की है। प्रसिद्ध भारतीय हरफनमौला खिलाड़ी कपिलदेव स्थानीय स्तर पर इस टीम से खेले हैं।

हरियाणा क्रिकेट टीम
कार्मिक
कप्तान अशोक मेनारिया
कोच अमरजीत कायपी
मालिक हरियाणा क्रिकेट एसोशियेशन
टीम की जानकारी
घरेलू मैदान चौधरी बंशीलाल क्रिकेट स्टेडियम, रोहतक
क्षमता 8,500
इतिहास
प्रथम श्रेणी पदार्पण दिल्ली
1970  में
ससेक्टर 16 स्टेडियम, चण्डीगढ़ पर
रणजी ट्रॉफी जीत 1 (1990–91)
ईरानी ट्रॉफी जीत 1 (1991–92)

प्रतियोगिताओं का इतिहास

संपादित करें

हरियाणा पहली बार प्रथम श्रेणी स्तर पर सन् 1970–71 की रणजी ट्रॉफी में भाग लिया। इसमें टीम के कप्तान रविन्दर चढ़ा थे वो अगली 18 प्रतियोगिताओं में टीम के कप्तान रहे।[1] उन्होंने अपने दूसरे मैच में जीत प्राप्त की जिसमें चढ़ा ने अपना पहला शतक लगाया एवं नौ विकेट भी लिए।[2]

हरियाणा अब तक दो बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में पहुँचा है। पहली बार उसका सामना दिल्ली से सन् 1986 में हुआ और उसमें भारी हार का सामना करना पड़ा। इस मैच के दौरान उन्होंने हरियाणा ने पहली पारी बल्लेबाजी से आरम्भ की (कपिलदेव की कप्तानी) और 288 रण बनाये। दिल्ली ने बड़ा स्कोर बनाते हुये पहली पारी में 638 रण जोड़े तथा हरियाणा की दूसरी पारी 209 रण पर समाप्त हो गयी जिसमें मनिंदर सिंह ने आठ विकेट लिए।[3]

हरियाणा दूसरी बार रणजी ट्रॉफी के फाइनल में सन् 1991 में में पहुँचा और उस समय उसका सामना मुम्बई से था। इस समय मुम्बई की टीम में सचिन तेंदुलकर, दिलीप वेंगसरकर और लालचंद राजपूत जैसे खिलाड़ी शामिल थे। यह फाइनल मैच मुम्बई के वानखेड़े स्टेडियम में हुआ जिसमें हरियाणा ने चेतन शर्मा की गेंदबाजी और अमरजीत कायपी की बल्लेबाजी से (कपिलदेव की कप्तानी) से केवल 2 रण से जीत प्राप्त की।[4]

इससे उन्हें ईरानी ट्रॉफी में अपनी एकमात्र उपस्थिति दर्ज कराने का मौका मिला, जिसमें शेष भारत की टीम का सामना करना पड़ा। शेष भारत टीम में सौरव गांगुली, जवागल श्रीनाथ, मनिंदर सिंह और विनोद कांबली जैसे बड़े खिलाड़ी शामिल थे। फरीदाबाद के नाहर सिंह स्टेडियम में 204 रणों के लक्ष्य का पिछा करते हुये हरियाणा ने इसमें चार विकेट से जीत दर्ज की।[5]

जनवरी 2023 के मध्य तक हरियाणा की टीम ने 330 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं जिनमें से 114 में जीत, 87 में हार और 129 में ड्रॉ खेला है।[6]

  1. "First-Class Matches played by Haryana". क्रिकेट आर्काइव (अंग्रेज़ी भाषा में). अभिगमन तिथि: 18 जनवरी 2023.
  2. "Jammu & Kashmir v Haryana 1970-71". ईएसपीएन क्रिकइन्फो (अंग्रेज़ी भाषा में). अभिगमन तिथि: 18 जनवरी 2023.
  3. "Final:Delhi v Haryana at Delhi, 28 Mar - 01 Apr 1986". ईएसपीएन क्रिकइन्फो (अंग्रेज़ी भाषा में). अभिगमन तिथि: 17 अप्रैल 2021.
  4. "Full Scorecard of Haryana vs Bombay Final 1990/91 - Score Report". ईएसपीएन क्रिकइन्फो (अंग्रेज़ी भाषा में). अभिगमन तिथि: 17 अप्रैल 2021.
  5. "Full Scorecard of Rest of Ind vs Haryana 1991/92 - Score Report". ईएसपीएन क्रिकइन्फो (अंग्रेज़ी भाषा में). अभिगमन तिथि: 17 अप्रैल 2021.
  6. "Playing Record (1970/71-2022/23)". क्रिकेट आर्काइव (अंग्रेज़ी भाषा में). अभिगमन तिथि: 18 जनवरी 2023.