एक हवाईपुल जिसे स्काईब्रिज़ या स्काईवॉक भी कहते हैं दो भवनों या ऊँचाई पर स्थित दो स्थानों को जोडने वाला एक पैदल पुल होता है। शहरों में ये हवाईपुल पैदल चालकों को बारिश और नीचे गिरने से बचाने के लिये अक्सर चारों तरफ से ढके हुए होते हैं। पहाडों पर आधुनिक पर्यटन स्थलों पर बने हुए खुले हवाईपुलों में अक्सर शीशे का फर्श होता है। कभी कभी इन्हें चारों तरफ से ही शीशी से बनाया जाता है जो इसकी सुन्दरता तो बढाता ही है साथ ही चलने वालों को हवा में चलने का एहसास भी कराता है।

हान राजवंश (202 ई०पू० – 220 ई०) में दो रिहायशी भवनों को जोडने वाले हवाईपुल का एक चीनी प्रतिरूप
कुआलालम्पुर में पेट्रोनास मीनारों को जोडते हवाईपुल

उत्तरी अमेरिका में ये अधिकतर व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में होते हैं और उनके स्वामित्व में ही होते है और इन्हें निजी कर्मचारी ही इस्तेमाल करते हैं जबकि एशिया और हॉंग कॉंग में कई शहरों में इन्हें नगरपालिका द्वारा निर्मित और प्रबन्धित किया जाता है और आम जनता द्वारा उपयोग में लाया जाता है। हवाईपुल अधिकतर भवनों में भूतल से कुछ तल उपर के तलों को जोडते हैं जबकि कुछ भवनों जैसे पेट्रोनास टॉवर में यह बहुत ही ज्यादा ऊंचाई पर बने हुए हैं।

दुनिया में सबसे लंबे हवाईपुलों का अन्तरजाल कैलगरी, अल्बर्टा कनाडा में है जो कि कुल 18 कि॰मी॰ (11 मील) लंबी दूरी तय करता है। मिनियापोलिस हवाईपुल प्रणाली दुनिया की सबसे लंबी जुडी हुआ हवाईपुल है जो कि 11 मील (18 कि॰मी॰) की दूरी में संयुक्त राज्य अमेरिका के मिनियापोलिस, मिनिसोटा में 80 ब्लॉकों को सेवाएँ देता है।

छोटी जगहों में हवाईअड्डा टर्मिनल या बडे हवाईअड्डे भवनों को विमान के द्वार से जोडने के लिये हवाई पुलों या ऐरोब्रिज का उपयोग करते हैं।

लाभ संपादित करें

सडकों पर अत्यधिक यातायात में जाम और प्रदूषण से बचने व पैदल चलने वालों को सडक पार करने में सुविधा और दुर्घटनाओं से बचाने में यह पैदल हवाईपुल बहुत काम आते हैं।[1]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Carbon monoxide dispersion analysis in downtown Spokane, (अंग्रेजी में), ईएसएल इंक, सन्नीवेल, (1973)