यह हिन्दी पुस्तकों के एक प्रमुख प्रकाशक हैं। इसकी स्थापना स्वतन्त्रता से पूर्व 1936 में लाहौर में हुई थी, बाद में 1947 में यह प्रकाशन दिल्ली आया। इसके संस्थापक भारतीय जनसङ्घ के संस्थापक सदस्य रहे वैद्य गुरुदत्त थे। इस संस्थान ने राष्ट्रवादी लेखकों की ही पुस्तकें प्रकाशित की हैं। इस प्रकाशन के लेखकों में वीर सावरकर, गुरुदत्त, पी.एन. ओक, बलराज मधोक, तेजपाल सिंह धामा, फ़रहाना ताज और शिवकुमार गोयल मुख्य हैं।

इसकी स्थापना स्वतन्त्रता से पूर्व 1936 में लाहौर में हुई थी, बाद में 1947 में यह प्रकाशन दिल्ली आया और कनॉट प्लेस में भारती साहित्य सदन के नाम से स्थापित हुआ, लेकिन बाद में इसका नाम हिन्दी साहित्य सदन कर दिया गया।

मुख्य प्रकाशन

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