हिन्दू पंच अंग्रेजी शासनकाल में कोलकाता से निकलने वाली एक हिन्दी पत्रिका थी। इसका प्रकाशन सन् १९२६ में आरम्भ हुआ। प्रतिका का ध्येयवाक्य (उसके मुखपृष्ट पर छपा होता था) था -

लज्जा रखने हिन्दू की, हिन्दू नाम बचाने को।
आया 'हिन्दू पंच' हिन्द में, हिन्दू जाति जगाने को ॥

इसके सम्पादक पण्डित ईश्वरी प्रसाद शर्मा थे। इसके सन् १९३० के जनवरी के अंक ('बलिदान अंक') को अंग्रेजी सरकार ने प्रतिबन्धित कर दिया था। यह अंक आज भी अमर है। चांद के 'फांसी' अंक की तरह यह भी आजादी का एक महत्त्वपूर्ण दस्तावेज है। इस अंक में देश और समाज के लिए अपनी जान न्योछावर करने वाले व्यक्तियों के बारे में बताया गया है।

बाहरी कड़ियाँ

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