होड़ोपैथी
होड़ोपैथी भारत के मुंडा लोगों की देशज स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी है। होड़ोपैथी लोकचिकित्सा या नृजाति चिकित्साविज्ञान (एथ्नोमेडिसिन) है। मुंडा भाषा में 'होड़ो' का अर्थ 'मानव' है।
बनावट
संपादित करेंझारखंड के आदिवासियों ने जंगलों में फलने फूलने वाले पेड़-पौधे की पत्तियां, तने, जड़, छाल और फल-फूल से मलेरिया और कालाजार जैसी बीमारी के उपचार के लिए औषधि की खोज की। करीबन दस साल पहले इन दोनों बीमारियों के लिए खोजी गई औषधि को सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट ने अपने शोध में सही माना और इसे मान्यता दी। लेकिन आदिवासियों की जिस चिकित्सा पद्धति के जरिये कलाजार और मलेरिया औषधि की खोज की गई उसे वर्षों बाद भी पहचान नहीं मिल पाई है।[1]