हौज़े शम्सी
हैज़े शम्सी (अक्षरशः "सौर जलाशय") जल संग्रह करने के लिए निर्मित किया हुवा एक जलाशय है जिसे शम्शी तालाब भी कहते हैं। इसका निर्माण वर्ष 1230 में ग़ुलाम वंश के शासक इल्तुतमिश ने करवाया था। ऐसा माना जाता है कि उन्हें सपने में पैगम्बर मुहम्मद ने दिखाई थी। इसके पूर्वी किनारे पर जहाज महल है जिसका निर्माण तीर्थयात्रियों के ठहरने के लिए लोदी वंश के काल में 16वीं सदी में किया गया। हौज़ के किनारे पर 17वीं सदी के फ़ारसी लेखक अब्दुल-हक़ दहलवी का मकबरा भी है। स्मारक दिल्ली के महरौली में स्थित है।[1][2][3][4]
हौज़-ए-शम्सी | |
---|---|
निर्देशांक | 28°30′51″N 77°10′42″E / 28.51417°N 77.17833°Eनिर्देशांक: 28°30′51″N 77°10′42″E / 28.51417°N 77.17833°E |
प्रकार | जलाशय |
द्रोणी देश | भारत |
सतही क्षेत्रफल | 2 हे॰ (5 एकड़) |
बस्तियाँ | मेहरौली |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Hauz-i-Shamsi(Hauz)". पिलग्रिमेज़ टूर्स. मूल से 25 फ़रवरी 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2009-06-21.
- ↑ Lucy Peck (2005). Delhi - A thousand years of Building. Hauz Shamsi. New Delhi: Roli Books Pvt Ltd. पृ॰ 233. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 81-7436-354-8. अभिगमन तिथि 2023-06-06.
This great tank, built by Iltumish, was originally much larger. The pavilion, now attached to the west bank, was formerly in the middle of the tank; it is supposed to cover the foot print of a horse, ridden by the Muhammad, who told Iltumish in a dream where to build the tank.
- ↑ पैट्रिक हर्टन; रिचर्ड प्लुनकेत्त; हग़ फिनले (2002). Delhi. जहाज महल एंड हौज़-ए-शम्सी. लोनली प्लैनेट. पृ॰ 128. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-86450-297-8.
- ↑ "The Tomb of Shaikh 'Abdul Haq Dihlavi". ब्रिटिश लाइब्रेरी. 1843. मूल से 12 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 6 जून 2023.
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- हौज़े शम्सी से संबंधित मीडिया विकिमीडिया कॉमन्स पर