२०१५ बल्लभगढ़ दंगे
२०१५ बल्लभगढ़ दंगे घटना है जब हिन्दुओं[1] की भीड़ ने अटाली गाँव, बल्लभगढ़, हरियाणा के मुसलमानों पर हमला कर दिया था।[2][3][4] हमलावरों ने ईंट, तलवार ओर पेट्रोल बम का इस्तेमाल करके मुस्लिमों के २० घर जला दिए।[1]
पृष्ठभूमि
संपादित करेंये घटना २५ मई २०१५ को अटाली गाँव, बल्लभगढ़, फरीदाबाद में हुई। [5]। इस घटना का कारण ३० साल पुरानी मस्जिद थी। २००९ में हिन्दुओं ने मस्जिद को ग्राम पंचायत की ज़मीन पर निर्मित बताया। मुसलमानों का कहना था कि यह ज़मीनि वक्फ़ बोर्ड की है। विवाद न्यायलय में ले जाया गया, उसी दौरान मस्जिद के पड़ोस में एक मंदिर का निर्माण कर दिया गया, जिससे धार्मिक तनाव बढ़ गया।[1] मार्च २०१५ को फरीदाबाद न्यायालय ने मुस्लिमों के पक्ष ने फैसला दिया।[1] लेकिन हिन्दुओं ने अपना ऐतराज़ जारी रखा। कुछ लोग इस मस्जिद को विध्वंस[उद्धरण चाहिए] करना चाहते थे।
हिंसा की घटना
संपादित करें२००० उपद्रवियों की भीड़ ने मिल कर गाँव पर लाठीओं, पथरों और आग से हमला कर दिया। गाँव के मुस्लिम गाँव छोड़ कर भाग गए।[6][7]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ इ ई "Climate Of Fear Among 400 Muslims In Haryana After Communal Violence". HuffPost India (अंग्रेज़ी में). 30 मई 2015. मूल से 3 दिसंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 20 मई 2020.
- ↑ "Ballabhgarh Communal Tension: Homes torched, 150 Muslims seek shelter at a Haryana police station". द इंडियन एक्सप्रेस. मूल से 31 मई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 31 May 2015.
- ↑ "Another disputed mosque sparks Ballabgarh riots". द हिन्दू. मूल से 3 दिसंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 31 May 2015.
- ↑ "LOCAL POLICE ABETTED BALLABHGARH RIOTS, INDICATES NCM REPORT TO MHA". India Samvad. मूल से 4 जून 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 31 May 2015.
- ↑ "बल्लभगढ़ दंगा: हथियारबंद 2000 लोगों ने किया था हमला". राजस्थान पत्रिका. मूल से 31 मई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 31 मई 2015.
- ↑ "Ballabhgarh riot victims blame local SHO: NCM report 271". द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया. मूल से 31 मई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 31 May 2015.
- ↑ "Ballabhgarh: 150 riot victims still taking shelter at Atali police station due to alleged threat". मूल से 30 मई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 31 May 2015.