२०१९-२० के कोरोनावाइरस विश्वमारी का सामाजिक-आर्थिक प्रभाव

अर्थव्यवस्था और समाज पर 2019-20 कोरोनवायरस वायरस के अप्रत्यक्ष प्रभाव

सन १९१९-२० के कोरोनावाइरस विश्वमारी के परिणाम इसरोग के फैलने और उसे रोकने तक ही सीमित नहीं हैं बल्कि बहुत व्यापक और दूरगामी हैं।

इस बात का डर है अनेक वस्तुओं की कमी हो जाएगी क्योंकि लोग कमी की आशंका से अधिक खरीदारी करने लगेंगे। चीन के कारखानों एवं उनके परिभारिकी (लॉजिस्टिक्स) में उत्पन्न व्यवधान के कारण चीन के सामान अन्य देशों में नहीं पहुँचने के कारण भी सामानों की कमी हो सकती है। दवाओं की भारी कमी की रपटें हैं जिससे अनेक क्षेत्रों में लोग आशंका में खरीदी करने लग रहे हैं। इलेक्त्रॉनिक सामानों के पहुँचाने में देरी होने की चेतावनी दी गयी है।

२५ फरवरी को ऐसा अनुमान था कि आस्ट्रेलिया, चीन, हांगकांग को सबसे अधिक सीधा आर्थिक प्रभाव होगा। इनमें से हांगकांग में २०१९ से ही विरोध प्रदर्शनों के कारण पहले ही मन्दी चल रही थी। इसी तरह आस्त्रेलिया की सकल घरेलू उत्पाद सन २०२० में 0.2% से लेकर 0.5% तक रहने की सम्भावना है।

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