2014 बांग्लादेश हिन्दू-विरोधी हिंसा
5 जनवरी 2014 को बांग्लादेश में 10वें आम निर्वाचन हुए। विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी और उसकी सहयोगी जमात-ए-इस्लामी ने पहले ही चुनावों का बहिष्कार कर दिया था। विपक्षी दलों द्वारा लगातार हमलों और हिंसा से निर्वाचनों का निर्माण बाधित हुआ। पीड़ितों ने दावा किया कि निर्वाचन के बाद विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने अल्पसंख्यक बंगाली हिन्दुओं पर हमला करना शुरू कर दिया। देश भर के कई जिलों में हिन्दू घरों में लूटपाट, तोड़फोड़ और आग लगाने का आरोप।[1] जमात-ए-इस्लामी और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के सात लोगों को हमलों के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।[2] राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने चुनाव के बाद हिन्दुओं पर हुए हमलों के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया।[3] भारत में, विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने अल्पसंख्यकों पर हमलों की निन्दा की।[4]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Parveen, Shahnaz (7 January 2014). বিভিন্ন জেলায় হিন্দুদের বাড়িঘরে হামলার পর আতঙ্ক. BBC Bangla (Bengali में). Dhaka. अभिगमन तिथि 9 January 2014.
- ↑ "Seven arrested for attacks on Hindus in Bangladesh". NDTV. New Delhi. 7 January 2014. अभिगमन तिथि 9 January 2014.
- ↑ Habib, Haroon (9 January 2014). "Will act against those attacking minorities: Sheikh Hasina". The Hindu. अभिगमन तिथि 10 January 2014.
- ↑ Ghosh, Shubhajyoti (8 January 2014). সুপরিকল্পিতভাবে হিন্দুদের ওপর আক্রমণ হচ্ছে: বিজেপি. BBC Bangla (Bengali में). New Delhi. अभिगमन तिथि 9 January 2014.