S5 श्रेणी की पनडुब्बियां
S5 यह एक पनडुब्बी की श्रेणी जो परमाणु ऊर्जा द्वारा संचालित परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम ये पनडुब्बी को भारत द्वारा बनाया जा रहा है। S5 श्रेणी की पनडुब्बियां अरिहांत श्रेणी की पनडुब्बियां से दुगनी भारी होगी.[3][4]
Class overview | |
---|---|
नाम: | S5 श्रेणी की पनडुब्बियां |
ऑपरेटर: | भारतीय नौ सेना |
Planned: | 3 |
सामान्य विशेषताएँ | |
प्रकार: | Nuclear powered ballistic missile submarine |
विस्थापन: | 13,500 टन (13,300 लंबे टन; 14,900 लघु टन) |
प्रणोदन: |
|
परास: | असीमीत (खाद्य पदार्थ के द्वारा सीमित) |
धारिता: | असीमित (खाद्य पदार्थ के द्वारा सीमित)[1] |
अस्र-शस्र: | 12-16 × के६ MIRVed SLBM 6,000 कि॰मी॰ (3,700 मील) to 8,000 कि॰मी॰ (5,000 मील) रेंज और के-४ मध्य-दूरी3,500 कि॰मी॰ (2,200 मील) रेंज[2] |
संरचना
संपादित करेंS5 श्रेणी की पनडुब्बियों का वजन 13,500 टन 13,500 टन (13,300 लंबे टन; 14,900 लघु टन)निर्धारित किया गया है। इन पनडुब्बियों को 12 से 16 के६ SLBM जो MIRV से लैस किया जायेगा।[5]
विकास
संपादित करेंभारत सरकार ने भारतीय पनडुब्बियां मूल्यांकन किया जिस में यह पाया गया की अरिहंत श्रेणी की पनडुब्बियां की सक्षमता सीमित है। ना इस के संयंत्र में और ना इसके पेलोड में ज़रुरी सक्षमता थी। तब 2006 में यह निर्णय लिया गया की S5 नाम से 3 पनडुब्बियों का निर्माण किया जाएगा। यह 2021 तक सेवा में सक्रिय रूप से शामिल किया जाएगा। लेकिन 2012 में, S5 श्रेणी की पनडुब्बियों की देरी वजह से और उत्पादन सक्षमता को बेवजह बेकार रहने की वजह से को भारत सरकार ने अरिहंत श्रेणी की पनडुब्बियाँ मंजूरी देने के लिऐ प्रोत्साहित किया।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ https://www.indiatoday.in/magazine/the-big-story/story/20171218-india-ballistic-missile-submarine-k-6-submarine-launched-drdo-1102085-2017-12-10
- ↑ http://www.barc.gov.in/publications/nl/2011/2011091009.pdf
- ↑ https://web.archive.org/web/20190420153431/https://www.indiatoday.in/magazine/the-big-story/story/20171218-india-ballistic-missile-submarine-k-6-submarine-launched-drdo-1102085-2017-12-10
- ↑ https://timesofindia.indiatimes.com/india/as-nuclear-sub-arihant-returns-after-first-deterrence-patrol-indias-nuclear-triad-complete/articleshow/66515624.cms
- ↑ https://thediplomat.com/2016/03/indias-undersea-deterrent/