कण भौतिकी में X और Y बोसॉन (अथवा कभी-कभी संयुक्त रूप से केवल X बोसॉन भी कहा जाता है[1]) W और Z बोसॉनों के सदृश परिकल्पित मूलकण हैं, लेकिन यहाँ कार्यरत बल भिन्न है जिसे ग्रांड यूनिफाइड सिद्धान्त में जॉर्जी-ग्लेशो मॉडल ने प्रागुक्त किया है।

X और Y बोसॉन
संघटनमूलकण
सांख्यिकीबोसॉनीय
स्थितिपरिकल्पित
प्रकार12
द्रव्यमान≈ 1015 GeV/c2
क्षय उत्पादX: दो क्वार्क, या एक प्रतिक्वार्क और एक आवेशित प्रतिलेप्टॉन
Y: दो क्वार्क, या एक प्रतिक्वार्क और एक आवेशित प्रतिलेप्टॉन, या एक प्रतिक्वार्क और एक प्रतिन्यूट्रिनो
विद्युत आवेशX: +43 e
Y: +13 e
Color chargeत्रिज अथवा प्रति-त्रिज
प्रचक्रण1
प्रचक्रण अवस्था3
दुर्बल समभारिक प्रचक्रण प्रक्षेपX: +12
Y: −12
दुर्बल हायपर आवेश53
BL23

X और Y बोसॉन क्वार्क और लेप्टॉनों से युग्मन करते हैं जहाँ बेरिऑन संख्या संरक्षित रहती है अतः प्रोटॉन क्षय सम्भव है।

एक X बोसॉन की क्षय विधा निम्न हो सकती हैं:[2]

Xu + u
Xe+ + d

जहाँ प्रक्रिया में दो क्षय उत्पादों की काइरलता विपरीत है, u एक अप क्वार्क है, d एक डाउन क्वार्क है एवं e+ एक पोजीट्रॉन है।

एक Y बोसॉन की निम्न क्षय विधा हो सकती हैं:[2]

Ye+ + u
Yd + u
Yd + त्रुटि! कोई कड़ी नहीं मिली

जहाँ प्रत्येक प्रक्रिया में प्रथम क्षय उत्पाद वाम-हस्थ काइरलता रखता है एवं द्वितीय दक्षिण हस्थ काइरलता और ν
e
एक इलेक्ट्रॉन प्रतिन्यूट्रिनो है।

  1. Ta-Pei Cheng; Ling-Fong Li (1983). Gauge Theory of Elementary Particle Physics. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस. पृ॰ 437. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-19-851961-3.
  2. Ta-Pei Cheng; Ling-Fong Li (1983). Gauge Theory of Elementary Particle Physics. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस. पृ॰ 442. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-19-851961-3.