अंतराअणुक बल
प्रत्येक पदार्थ अत्यंत सूछ्म कणो से बना होता है जिन्हें अणु कहते है। पदार्थ के इन अणुओ के मध्य का
(अंतरअणुक बल से अनुप्रेषित)
पड़ोसी कणों (परमाणु, अणु या ऑयन) के बीच लगने वाले बलों (आकर्षण या प्रतिकर्षण) को अंतराअणुक बल अंतराकर्षण बल (Intermolecular forces) कहते हैं जबकि एक ही अणु के परमाणुओं के बीच लगने वाले बल को अन्तःअणुक बल (Intra-molecular force) कहते हैं। अन्तःअणुक बल की तुलना में अंतराअणुक बल काफी कमजोर होते हैं। उदाहरण के लिये, दो परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रान शेयर करने वाला सहसंयोजी आबंध (covalent bond) दो पड़ोसी अणुओं के मध्य लगने वाले बल से बहुत अधिक होता है।
कुछ अंतराअणुक बल नीचे दिये गये हैं (बल के बढ़्ते हुए क्रम में):
- लन्दन डिस्पर्शन बल : (with binding energy between 0.05-40 kJ / mol)
- डेबी (Debye) का बल : (with binding energy between 2-10 kJ / mol)
- आयन-प्रेरित द्विध्रुव अन्तःक्रिया : (with binding energy between 3-15 kJ / mol)
- वान डर वाल्स बल : द्विध्रुव-द्विध्रुव अन्तःक्रिया (with binding energy between 5-25 kJ / mol)
- हाइड्रोजन आबन्ध : (with binding energy of between 10-40 kJ / mol)
- हैलोजन आबन्ध (with binding energy between 5-180 kJ / mol)
- ऑयन-विलायक अन्तःक्रिया : (with binding energy between 40-600 kJ / mol)
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