अग्रच्छद

त्वचा की वह मुड़ने वाली तह जो लिंगशिश्न मुंड को ढकती है और उसकी रक्षा करती है

नर मानव शरीर में अग्रच्छद (foreskin) अथवा शिश्नमुंडच्छद (prepuce) मानवीय शिश्न के दूरांत (एकदम बाहरी भाग) पर स्थित द्विपरती त्वचा, श्लेष्मिका और पेशी ऊतक है जो मूत्रमार्ग मुख और शिश्न मुंड को आवरित (ढ़कना अथवा अच्छादित करना) करता है।[1] अग्रच्छद शिश्नमुंड के साथ प्रग्रह (फ्रेनुलम) नामक ऊतक के एक प्रत्यास्थ बंद से जुड़ा होता है।[2] अग्रच्छद की बाहरी त्वचा आंतरिक शिश्नमुंडच्छद-श्लेष्मिका (preputial mucosa) के साथ श्लेष्मत्वक संगम (mucocutaneous junction) पर मिलती है।[3] अग्रच्छद गतिशील, पर्याप्त रूप से लचीली और शिश्नमुंड को नम वातावरण देने वाली होती है।[4] मानव के अलावा अन्य सभी प्राइमेटों (वानरों) और अधिकतर स्तनधारियों के नर यौन अंग की संरचना भी समरूप होती है।[5]

मानव में अग्रच्छद की लम्बाई में व्यापक रूप से परिवर्तन देखने को मिलता है और शिश्न की शिथिल व तनाव की अवस्था में भी इसका आच्छादन अलग-अलग पाया जाता है।[6] जन्म के समय अग्रच्छद शिश्नमुंड के साथ चिपका हुआ होता है और सामान्यतः शैशवावस्था और बचपन में निवर्तनीय (संकर्षी या अलग) नहीं होता है।[7] बचपन में निवर्तनीयता को तब तक समस्या के रूप में नहीं माना जाना चाहिए जब तक कि अन्य समस्यायें नहीं दिखाई दे रही हों।[8] अग्रच्छद की निवर्तनीयता को किशोरावस्था में इसके शिश्नमुंड से अलग होने तक अनुशंसित नहीं किया जाता।[8] सामान्य विकास के दौरान युवाओं में अक्सर यह शिश्नमुंड पर निवर्तनीय हो जाता है।[8] पुरुषों का शिश्नमुंडच्छद संरचनात्मक रूप से महिलाओं के भगशिश्निका छत्र के समजातीयहोता है।[9][10] कुछ अवस्थाओं में अग्रच्छद रोगात्मक स्थिति का विषय हो सकता है।[a][11]

  1. Kirby R, Carson C, Kirby M (2009). Men's Health (अंग्रेज़ी में) (3rd संस्करण). न्यूयॉर्क: इन्फोर्मा हेल्थकेयर. पृ॰ 283. OCLC 314774041. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-4398-0807-8.
  2. वेइस, हेलेन (2008). Male circumcision : global trends and determinants of prevalence, safety, and acceptability (अंग्रेज़ी में). विश्व स्वास्थ्य संगठन, एचआईवी/एड्स पर संयुक्त राष्ट्र कार्यक्रम, लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन. जिनेवा: विश्व स्वास्थ्य संगठन. OCLC 425961131. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-92-4-159616-9. The foreskin is attached to the glans by the frenulum
  3. Raynor, Stephen C. (2010-01-01), Holcomb, George Whitfield; Murphy, J. Patrick; Ostlie, Daniel J. (संपा॰), "chapter 61 - CIRCUMCISION", Ashcraft's Pediatric Surgery (Fifth Edition) (अंग्रेज़ी में), Philadelphia: W.B. Saunders, पपृ॰ 791–795, आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-4160-6127-4, अभिगमन तिथि 2022-10-24, The prepuce is a specialized junctional mucocutaneous tissue that provides adequate skin and mucosa
  4. Collier, Roger (2011-11-22). "Vital or vestigial? The foreskin has its fans and foes". Canadian Medical Association Journal. 183 (17): 1963–1964. PMID 22025652. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 0820-3946. डीओआइ:10.1503/cmaj.109-4014. पी॰एम॰सी॰ 3225416. It is also a warm, moist environment that may allow viral particles to linger longer on the penis
  5. Fahmy, Mohamed A. Baky (2015), Fahmy, Mohamed A. Baky (संपा॰), "Prepuce", Rare Congenital Genitourinary Anomalies: An Illustrated Reference Guide (अंग्रेज़ी में), Berlin, Heidelberg: Springer, पपृ॰ 33–41, आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-3-662-43680-6, डीओआइ:10.1007/978-3-662-43680-6_3, अभिगमन तिथि 2022-12-01
  6. सन्दर्भ त्रुटि: <ref> का गलत प्रयोग; pmid9734426 नाम के संदर्भ में जानकारी नहीं है।
  7. Dave, Sumit; Afshar, Kourosh; Braga, Luis H.; Anderson, Peter (2018). "CUA guideline on the care of the normal foreskin and neonatal circumcision in Canadian infants". Canadian Urological Association Journal (अंग्रेज़ी में). 12 (2): E76–E99. PMID 29381458. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 1920-1214. डीओआइ:10.5489/cuaj.5033. पी॰एम॰सी॰ 5937400. At birth, the inner foreskin is usually fused to the glans penis and should not be forcibly retracted
  8. Potts, Jeannette (2004). "Penis Problems". Essential Urology: A Guide to Clinical Practice. Humana Press. पृ॰ 29. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9781592597376. Virtually all foreskins become retractable in puberty. Thus, phimosis is not a pathological condition in young children unless it is associated with balanitis, or, rarely, urinary retention.
  9. Crooks, Robert L.; Baur, Karla (2010-01-01). Our Sexuality (अंग्रेज़ी में). Cengage Learning. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-495-81294-4.
  10. Sloane, Ethel (2002). Biology of Women (अंग्रेज़ी में). Delmar Thomson Learning. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-7668-1142-3.
  11. Shah M (January 2008). The Male Genitalia: A Clinician's Guide to Skin Problems and Sexually Transmitted Infections. Radcliffe Publishing. पपृ॰ 37–. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-84619-040-7. मूल से 2016-02-01 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2015-10-27.

बाहरी कड़ियाँ

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