अनूपपुर ज़िला

मध्य प्रदेश का जिला

अनूपपुर ज़िला (Anuppur district) भारत के मध्य प्रदेश राज्य का एक ज़िला है। इसका मुख्यालय अनूपपुर है। ज़िला मध्य प्रदेश के पूर्व में छत्तीसगढ़ की सीमा से लगा हुआ है। इसका गठन 15 अगस्त 2003 को शहडोल ज़िले के विभाजन द्वारा करा गया था।[1][2]

अनूपपुर ज़िला
Anuppur district
मध्य प्रदेश का ज़िला
अमरकंटक, नर्मदा नदी का उद्गमस्थल
अमरकंटक, नर्मदा नदी का उद्गमस्थल
मध्य प्रदेश में स्थिति
मध्य प्रदेश में स्थिति
देश भारत
राज्यमध्य प्रदेश
स्थापना15 अगस्त 2003
मुख्यालयअनूपपुर
तहसीलअनूपपुर, पुष्पराजगढ़, कोतमा, जैतहरी
क्षेत्रफल
 • कुल3746 किमी2 (1,446 वर्गमील)
जनसंख्या (2011)
 • कुल7,49,237
 • घनत्व200 किमी2 (520 वर्गमील)
भाषा
 • प्रचलितहिन्दी
जनसांख्यिकी
 • साक्षरता69.08%
 • लिंगानुपात975
समय मण्डलभारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30)
वेबसाइटanuppur.nic.in
 
सूर्यास्त, कोतमा रोड, अनूपपुर

अनूपपुर रेलवे स्टेशन मध्य प्रदेश का अन्तिम जंक्शन है, इसके बाद जैतहरी, वेन्कटनगर स्टेशन छोटे स्टेशन जो मध्य प्रदेश में हैं। वेन्कटनगर कस्बा मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ दोनो राज्य के मध्य बसा हुआ है।

अनूपपुर सोन नदी के पास बसा हुआ है। इसके आसपास के स्थान में कोयले की बहुत खदाने है। यहाँ से 07 किमी दूर चचाई नामक स्थान है जहां अमरकंटक ताप विधुत ग्रह स्थित है।

जनसांख्यिकी

संपादित करें

अनूपपुर जिले की जनसंख्या 7,49,237 (2011) है। जनसंख्या घनत्व 200 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी और लिंगानुपात 976 है। 2024 में अनुमानित जनसंख्या 846,600 है |[3]

पर्यटन स्थल

संपादित करें

अमरकंटक, चचाई, जैतहरी, राजेन्द्रग्राम, कोतमा, केल्हाैरी प्रसिद्ध स्थल है। अमरकंटक नर्मदा नदी व सोन नदी का उदगम तथा प्राकृतिक दार्शनिक स्थान है।

  • श्री सर्वोदय जैन मंदिर अमरकंटक।
  • श्री यंत्र मंदिर.
  • माई की बगिया.
  • सोनमुढ़ा
  • नर्मदा उद्गम मंदिर. [4]

नर्मदा उद्गम स्थल

संपादित करें

अमरकंटक, एक छोटा सा गाँव विंध्य और सतपुड़ा पहाड़ियों की पर्वत श्रृंखला में स्थित है जहाँ से नर्मदा नदी निकलती है, जिसका आकार गाय के मुँह जैसा है। ऐसा कहा जाता है कि यह मैकाल, व्यास जैसे महान संतों की साधना स्थली थी। ब्रिघु आदि ऋषियों ने यहां नर्मदा मंदिर के निर्माण के बारे में कोई ठोस प्रमाण नहीं है, ऐतिहासिक साक्ष्यों से पता चलता है कि इसका निर्माण बारहवीं शताब्दी के आसपास कडचुली ने करवाया था। नर्मदा उद्गम कुंड (नर्मदा का जन्म स्थान) रेवा नायक द्वारा बनवाया गया था (उनकी मूर्ति से संकेत मिलता है)। इतने वर्षों के बाद, नागपुर के राजा भोंसले ने नर्मदा मंदिर को आकार दिया, बाद में महारानी देवी अहिल्या ने इस मंदिर का जीर्णोद्धार कराया। मंदिर के चारों ओर देवी-देवताओं की मूर्तियों के साथ मंदिरों का एक विशाल परिसर बनाया गया है। एक हाथी और एक घोड़े की मूर्ति यहां पर लाखन और उद्दल की मूर्तियां रखी हुई हैं, जिनके बारे में माना जाता है कि ये मूर्तियां औरंगजेब काल के दौरान क्षतिग्रस्त हो गई थीं।[5]

चचाई में अमरकंटक ताप विधुत गृह है तथा जैतहरी में मोजर वियर थर्मल पावर प्लान्ट (वर्तमान हिंदुस्तान पॉवर) विकसित हो रहा है, जहाँ 2520 मेगावाट बिजली उत्पादन होगा।

वायुमार्ग - निकटतम एयरपोर्ट जबलपुर है जो 245 किमी दूर स्थित है।

रेलमार्ग - अनूपपुर कटनी एवं बिलासपुर रेलवे स्टेशन के मध्य महत्वपूर्ण रेलवे जंक्शन है। अनूपपुर रेलवे स्टेशन से 3 ट्रेन रूट जाते हैं:

सड़कमार्ग - अनूपपुर सड़कमार्ग द्वारा बिलासपुर शहडोल एवं कोतमा से जुड़ा हुआ है।

इन्हें भी देखें

संपादित करें

बाहरी कड़ियाँ

संपादित करें
  1. "Inde du Nord: Madhya Pradesh et Chhattisgarh Archived 2019-07-03 at the वेबैक मशीन," Lonely Planet, 2016, ISBN 9782816159172
  2. "Tourism in the Economy of Madhya Pradesh," Rajiv Dube, Daya Publishing House, 1987, ISBN 9788170350293
  3. "Anuppur District - Population 2011-2024".
  4. "जिला अनूपपुर District Anuppur". |title= में 13 स्थान पर line feed character (मदद)
  5. "District Anuppur".