अपरदाहारी (Detritivores) ऐसे परपोषित जीव होते हैं जो अपरद (अन्य जीवों या उनके मल के छोटे टूटे हुए अंश) को ग्रहण कर के पोषक तत्व प्राप्त करते हैं। इस आहार के द्वारा ऐसे जीव अपघटन और पोषक तत्त्व चक्र की प्रक्रियाओं को बढ़ाते हैं। अपरदाहारी बैक्टीरियाफफूंद (फंगस) जैसे सूक्ष्मजीवों से भिन्न होते हैं, क्योंकि सूक्ष्मजीव अपरद टुकड़ों को ग्रहण करने में असमर्थ हैं और केवल आण्विक स्तर पर रसायन सोखते हैं।[1][2]

केंचुआ मृदा में रहने वाला एक अपरदाहारी है

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Wetzel RG (2001). Limnology: Lake and River Ecosystems (3rd. ed.). Academic Press. p. 700. ISBN 978-0-12-744760-5.
  2. Keddy P (2017). Plant Ecology, Origins, Processes, Consequences 2nd Ed. New York: Cambridge University Press. pp. 92–93. ISBN 978-1-107-11423-4.