अबू अली इब्न मुहम्मद
अबू अली इब्न मुहम्मद (फारसी: ابو علی بن محمد) ग़ोरी राजवंश के राजा थे। उन्होंने अपने पिता मुहम्मद इब्न सूरी को 1011 में उत्तरार्द्ध के बाद गजनी के महमूद द्वारा पदच्युत कर दिया था, जिन्होंने तब इस्लाम में इस्लाम के बारे में पढ़ाने के लिए शिक्षक भेजे थे। अबू अली उन लोगों में से एक था, जो उस अवधि में इस्लाम में परिवर्तित हो गए थे। बौद्ध धर्म से इस्लाम में उनके रूपांतरण के बाद,[1] उन्होंने मस्जिदों और मदरसों का निर्माण शुरू किया। सीए में। 1035, अबू अली को उसके भतीजे अब्बास इब्न शिथ ने उखाड़ फेंका।[2]
अबू अली इब्न मुहम्मद | |
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मलिक ग़ोरी राजवंश | |
शासनावधि | 1011-1035 |
पूर्ववर्ती | मुहम्मद इब्न सूरी |
उत्तरवर्ती | अब्बास इब्न शिथ |
जन्म | मकान |
निधन | 1035 |
घराना | ग़ोरी राजवंश |
पिता | मुहम्मद इब्न सूरी |
धर्म | सुन्नी इस्लाम |
सन्दर्भ
संपादित करेंस्रोत
संपादित करें- C. Edmund, Bosworth। (2001)। "GHURIDS". Encyclopaedia Iranica, Online Edition। अभिगमन तिथि: 5 January 2014
- Bosworth, C. E. (1968). "The Political and Dynastic History of the Iranian World (A.D. 1000–1217)". प्रकाशित Frye, R. N. (संपा॰). The Cambridge History of Iran, Volume 5: The Saljuq and Mongol periods. Cambridge: Cambridge University Press. पपृ॰ 1–202. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-521-06936-X.
पूर्वाधिकारी मुहम्मद इब्न सूरी |
मलिक ग़ोरी राजवंश 1011–1035 |
उत्तराधिकारी अब्बास इब्न शिथ |
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