अय राजवंश
अय राजवंश एक भारतीय राजवंश था जिसने प्रायद्वीप के दक्षिण-पश्चिमी सिरे को प्रारंभिक ऐतिहासिक काल से मध्यकाल तक नियंत्रित किया था। कबीले ने परंपरागत रूप से विझिंजम के बंदरगाह, नानजिनाद के उपजाऊ क्षेत्र और मसाला-उत्पादक पश्चिमी घाट पहाड़ों के दक्षिणी भागों पर शासन किया। मध्ययुगीन काल में राजवंश को कुपका के नाम से भी जाना जाता था।[1][2][3]
अय राजाओं ने बाद के समय में भी यदु-कुल और कृष्ण के साथ अपने संबंध को संजोना जारी रखा, जैसा कि उनके ताम्रपत्र अनुदानों और शिलालेखों में देखा गया है।[4]
मध्ययुगीन अय राजवंश ने दावा किया कि वे यादव या वृष्णि वंश के थे और यह दावा वेनाड और त्रावणकोर के शासकों द्वारा आगे बढ़ाया गया था। त्रिवेंद्रम में श्री पद्मनाभ मध्ययुगीन अय परिवार के संरक्षक देवता थे।[5][6]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Subrahmanian, N. (1993). Social and Cultural History of Tamilnad: To A.D. 1336 (अंग्रेज़ी में). Ennes.
- ↑ Ganesh, K.N. (June 2009). "Historical Geography of Natu in South India with Special Reference to Kerala". Indian Historical Review. 36 (1): 3–21. S2CID 145359607. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 0376-9836. डीओआइ:10.1177/037698360903600102.
- ↑ Narayanan, M. G. S. Perumāḷs of Kerala. Thrissur (Kerala): CosmoBooks, 2013. 179.
- ↑ Padmaja, T. (2002). Temples of Kr̥ṣṇa in South India: History, Art, and Traditions in Tamilnāḍu (अंग्रेज़ी में). Abhinav Publications. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-7017-398-4.
- ↑ Aiya, V. Nagam. The Travancore State Manual. Vol 1. Part 2. Trivandrum: The Travancore Government Press, 1906 [1]
- ↑ Ganesh, K.N. (February 1990). "The Process of State Formation in Travancore". Studies in History. 6 (1): 15–33. S2CID 162972188. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 0257-6430. डीओआइ:10.1177/025764309000600102.