आदित्यनाथ झा
आदित्य नाथ झा (18 अगस्त 1911 - 1972) भारतीय सिविल सेवा में कार्यरत अधिकारी थें। भारत में सिविल सेवा के लिए 1972 में उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। वह आईसीएस के 1936 बैच के थें। [2]
'आदित्यनाथ झा' | |
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जन्म |
18 अगस्त 1911[1] |
मौत |
1972 |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
पेशा | आईसीएस अधिकारी |
धर्म | हिन्दू |
झा सर गंगानाथ झा के पुत्र एवम श्री [[अमरनाथ झा] के भाई थे और अंग्रेजी तथा संस्कृत का विद्वान, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति थें। कैम्ब्रिज के जीसस कॉलेज में शिक्षित होकर, उन्होंने 16 सितंबर 1936 को भारतीय सिविल सेवा में प्रवेश किया और नवंबर 1939 में भारतीय राजनीतिक सेवा में स्थानांतरित होने से पहले एक सहायक मजिस्ट्रेट और कलेक्टर के रूप में संयुक्त प्रांत में सेवा की। स्वतंत्रता के समय, वह पूर्वी रियासतों के निवासी सचिव थें [1]।
स्वतंत्रता के बाद, झा ने राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी, मसूरी के पहले निदेशक के रूप में कार्य किया। श्री झा क्वींस कालेज, वाराणसी के ऐतिहासिक भवन में बने वाराणसेय संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रथम कुलपति और नवगठित दिल्ली के प्रथम उपराज्यपाल बने।इनकी पत्नी श्रीमती आद्या झा मिथिला की विदुषी महिला थी
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ The India Office and Burma Office List: 1947. Harrison & Sons, Ltd. 1947. पृ॰ 235.
- ↑ "Padma Vibhushan Awardees". मूल से 7 अक्तूबर 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 June 2012.