आन्दोलन (1977 फ़िल्म)
आन्दोलन (1977 फ़िल्म) एक हिन्दी फ़िल्म है। यद्यपि इसका निर्माण 30 नवम्बर 1976 को ही पूर्ण हो गया था किन्तु पूरे भारत में यह फ़िल्म सन् 1977 में ही प्रदर्शित हो सकी। नीतू सिंह और राकेश पाण्डे जैसे कलाकारों को लेकर बनी इस फ़िल्म का निर्देशन लेख टण्डन ने किया था। इसमें भक्तिकाल की कवयित्री मीराबाई से लेकर स्वतन्त्रता आन्दोलन के अग्रणी सेनानी रामप्रसाद 'बिस्मिल' तक के गीतों को सुप्रसिद्ध संगीतकार जयदेव ने स्वरबद्ध किया था। सामाजिक सरोकारों को लेकर बनायी गयी एक साफ सुथरी फ़िल्म थी।[1]
आन्दोलन (1977 फ़िल्म) | |
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निर्देशक | लेख टण्डन |
निर्माता | एस मित्तल, उमा शंकर |
अभिनेता |
नीतू सिंह राकेश पाण्डे |
संगीतकार | जयदेव |
प्रदर्शन तिथि |
1977 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
गीत और संगीत
संपादित करेंइस फ़िल्म में वर्मा मलिक, जानिसार अख्तर, मीराबाई और राम प्रसाद 'बिस्मिल' के लिखे कुल चार ही गीत थे। इन गीतों को संगीत दिया था जयदेव ने। मन्ना डे, भूपेन्द्र सिंह, कृष्णा काले और मीनू पुरुषोत्तम ने इन गीतों को गाया था। चारों गीतों की साउण्ड ट्रैक तालिका नीचे दी गयी है:[2]
# | गीत का मुखड़ा | गीतकार | गायक/गायिका |
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1 | "मज़लूम किसी क़ौम के जब ख्बाब जागते हैं" | वर्मा मलिक | मन्ना डे |
2 | "पिया को मिलन कैसे होय री" | मीराबाई | आशा भोंसले |
3 | "पाँच रुपैया अरे पाँच रुपैया दे दे" | जाँनिसार अख्तर | कृष्णा काले, मीनू पुरुषोत्तम |
4 | "दरो-दीवार पे हसरत से नज़र करते हैं" | राम प्रसाद 'बिस्मिल' | भूपेन्द्र सिंह |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ आन्दोलन 1977 में बनी हिन्दी फ़िल्म Archived 2014-01-21 at the वेबैक मशीन - अभिगमन तिथि: 20 जनवरी 2014
- ↑ http://www.gomolo.com/andolan-movie-songs/4834 Archived 2014-02-01 at the वेबैक मशीन आन्दोलन (1977) - फ़िल्म समीक्षा] - अभिगमन तिथि: 20 जनवरी 2014
इन्हें भी देखें
संपादित करेंबाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- आन्दोलन 1977 में बनी हिन्दी फ़िल्म
- आन्दोलन (1977) - हिन्दी गीतमाला से
- आन्दोलन (1977) - फ़िल्म समीक्षा