आरिफ़ मोहम्मद ख़ान
भारतीय राजनीतिज्ञ (जन्म: 1951)
एक भारतीय राजनीतिज्ञ वर्तमान में बिहार के राज्यपाल हैं। वे भारत के पूर्व कैबिनेट मंत्री हैं।[1] उनके पास ऊर्जा से लेकर नागरिक उड्डयन तक के कई पोर्टफोलियो थे। वह वर्तमान दुनिया के अनुसार धार्मिक विचारों को सुधारने में सक्रिय रूप से शामिल है।[2][3]र लोकसभा सांसद (1980,1984,1989,1998)और एक बार उत्तर प्रदेश विधानसभा सदस्य (1977)। दो बार केेेेन्द्रीय मन्त्री (राज्यमंत्री 1984-1986 तथा कैबिनेट मंत्री 1989-1991) भारत सरकार रह चुके हैं।
आरिफ मोहम्मद खान | |
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22nd केरल के राज्यपाल
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पदस्थ | |
कार्यालय ग्रहण 6 सितम्बर 2019 | |
Chief Minister | पिनाराई विजयन |
पूर्वा धिकारी | पी सतशिवम |
पद बहाल 1980 – 1984 | |
पूर्वा धिकारी | Manohar Lal |
उत्तरा धिकारी | Naresh Chander Chaturvedi |
चुनाव-क्षेत्र | Kanpur |
पद बहाल 1984 – 1991 | |
पूर्वा धिकारी | Maulana Saiyad Muzaffar Hussain |
उत्तरा धिकारी | Rudrasen Chaudhary |
चुनाव-क्षेत्र | Bahraich |
पद बहाल 1998 – 1999 | |
पूर्वा धिकारी | Padamsen Chaudhary |
उत्तरा धिकारी | Padamsen Chaudhary |
चुनाव-क्षेत्र | Bahraich |
जन्म | 18 नवम्बर 1951 Bulandshahr, उत्तर प्रदेश, भारत |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी (2004 – 2007, 2014 – Present) |
अन्य राजनीतिक संबद्धताऐं |
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (till 1986) |
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "काश! हम शाहबानो मामले में आरिफ मोहम्मद खान को सुन पाते!". मूल से 25 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 अगस्त 2017.
- ↑ "Women get a raw deal again: Muslim Personal Law Board is still stuck in Shah Bano timewarp as its opposition to triple talaq bill proves". मूल से 9 जनवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 जनवरी 2018.
- ↑ "आरिफ मोहम्मद खान बोले- ट्रिपल तलाक औरतों को जमीन में दफनाने में जैसा". मूल से 25 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 अगस्त 2017.