आह (1953 फ़िल्म)

1953 की राजा नवाथे की फ़िल्म

आह 1953 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है जिसका निर्देशन राजा नवाथे ने किया। इसमें राज कपूर और नर्गिस मुख्य भूमिकाओं में हैं। संगीत शंकर जयकिशन का है और गीत शैलेन्द्र के साथ-साथ हसरत जयपुरी के थे। इसका निर्माण राज कपूर ने किया है।

आह

आह का पोस्टर
निर्देशक राजा नवाथे
लेखक इन्दर राज आनन्द
निर्माता राज कपूर
अभिनेता राज कपूर,
नर्गिस,
प्राण
संगीतकार शंकर जयकिशन
प्रदर्शन तिथि
1953
देश भारत
भाषा हिन्दी

संक्षेप संपादित करें

राज रायबहादुर (राज कपूर) अपने विधुर व्यवसायी पिता के साथ एक समृद्ध जीवन शैली में रहता है। एक दिन राज को ग्रामीण इलाकों में काम करने के लिए 'सरस्वती बांध' भेजा जाता है। एक दिन उसके पिता राज के पास जाते हैं और बताते हैं कि उसकी मृत मां ने उसकी शादी उनके अमीर पारिवारिक मित्र की बेटी चन्द्रा (विजयलक्ष्मी) से करने की कामना की थी। राज चन्द्रा को एक पत्र लिखने का फैसला करता है, जिसे वह पूरी तरह से नजरअंदाज कर देती है। लेकिन चन्द्रा की छोटी बहन नीलू (नर्गिस) पत्र को स्वीकार करती है और चन्द्रा के नाम पर उसका जवाब देती है।

कुछ पत्रों के बाद राज और नीलू प्यार में पड़ जाते हैं, लेकिन राज अभी भी इस बात से अनजान है कि नीलू ही उसे पत्र लिखती है। तभी राज को तपेदिक होने का पता चलता है, वही बीमारी जिससे उसकी मां की मौत हुई थी। राज यह ढोंग करने का फैसला करता है कि वह नीलू से कभी प्यार नहीं करता था और यह भी जोर देता है कि उसे अपने चिकित्सक मित्र डॉ कैलाश (प्राण) से शादी करनी चाहिए। वह नीलू को यह विश्वास दिलाने के लिए चन्द्रा के साथ फ्लर्ट भी करता है कि वह उससे प्यार नहीं करता। चन्द्रा अपनी दुखी बहन की पीड़ा को समाप्त करने का फैसला करती है। सच्चाई जानने पर, नीलू राज को वैसे ही स्वीकार कर लेती है जैसे वो है। चमत्कारिक रूप से, राज भी ठीक हो जाता है और दोनों एक सुखी जीवन व्यतीत करते हैं।

मुख्य कलाकार संपादित करें

संगीत संपादित करें

सभी शंकर जयकिशन द्वारा संगीतबद्ध।

क्र॰शीर्षकगीतकारगायकअवधि
1."जो मैं जानती उनके लिये"शैलेन्द्रलता मंगेश्कर3:25
2."झनन झनन घूँघरवा बाजे"हसरत जयपुरीलता मंगेशकर3:50
3."जाने ना नज़र पहचाने जिगर"हसरत जयपुरीमुकेश, लता मंगेश्कर3:39
4."रात अंधेरी दूर सवेरा"हसरत जयपुरीमुकेश3:02
5."आजा रे अब मेरा दिल पुकारा"हसरत जयपुरीमुकेश, लता मंगेशकर3:14
6."राजा की आयेगी बारात"शैलेन्द्रलता मंगेश्कर3:28
7."ये शाम की तन्हाईयाँ"शैलेन्द्रलता मंगेश्कर3:25
8."छोटी सी ये जिंदगानी"शैलेन्द्रमुकेश3:35
9."सुनते थे नाम हम जिनका बहार से"हसरत जयपुरीलता मंगेश्कर3:06

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें