इस्कॉन न्यू वैदिक कल्चरल सेंटर (NVCC), श्री श्री राधा वृंदावनचंद्र मंदिर या इस्कॉन भारत के पुणे में स्थित एक गौड़ीय वैष्णव संप्रदाय का मंदिर है। यह मूलत: हिंदू भगवान राधा कृष्ण को समर्पित है। इसे 2013 में उद्घाटित किया गया था। यह पुणे शहर का सबसे बड़ा मंदिर माना जाता है।[1] यह मंदिर पुणे का शैक्षिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक लैंडमार्क है। इसका उद्देश्य सर्वोच्च भगवान और सभी जीवित प्राणियों के लिए प्रेम में उनके जन्मजात मूल्यों को पुनर्जीवित करना है।[2]

इस्कॉन एनवीसीसी
श्री श्री राधा वृंदावनचंद्र मंदिर
इस्कॉन न्यू वैदिक कल्चरल सेंटर (महाराष्ट्र, भारत)
धर्म संबंधी जानकारी
सम्बद्धताहिन्दू धर्म
देवताराधा कृष्ण
त्यौहारजन्माष्टमी, राधाष्टमी, होली
अवस्थिति जानकारी
अवस्थितिकोंढवा, पुणे
ज़िलापुणे
राज्यमहाराष्ट्र
देशभारत
इस्कॉन मंदिर, पुणे is located in महाराष्ट्र
इस्कॉन मंदिर, पुणे
महाराष्ट्र में स्थित
भौगोलिक निर्देशांक18°16′N 73°31′E / 18.26°N 73.52°E / 18.26; 73.52निर्देशांक: 18°16′N 73°31′E / 18.26°N 73.52°E / 18.26; 73.52
वास्तु विवरण
निर्माण पूर्ण2013
वेबसाइट
http://www.iskconpune.in/

मंदिर का परिसर 6 एकड़ में बना है और इसके निर्माणकार्य में 7 वर्ष का समय लगा है। मंदिर के निर्माण में 40 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं जो इस्कॉन मंदिर में कैंप और भक्तों के द्वारा वित्तपोषित धनराशि थी। मंदिर का उद्घाटन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 2013 में किया था।[3]

 
मुख्य राधाकृष्ण मंदिर
 
वेंकटेश्वर (बालाजी) मंदिर

इस परिसर के अंदर दो मंदिर हैं- मुख्य राधा- कृष्ण मंदिर और दूसरा वेंकटेश्वर (बालाजी) मंदिर। राधा-कृष्ण मंदिर में लाल पत्थर और संगमरमर का उपयोग करके खूबसूरत ढंग से बनाया गया है। यह उत्तर भारतीय वास्तुकला शैली के रूप में निर्मित गया है, जबकि वेंकटेश्वर मंदिर दक्षिण भारतीय वास्तुकला शैली के रूप में (तिरुमाला में बालाजी मंदिर के समान) संरचित हुआ है। इसको बनाने में कोटा पत्थर का उपयोग किया गया है।[4]

इसमें एक बड़ा ध्यान कक्ष है जिसमें 2000 लोग बैठ सकते हैं जबकि प्रसादम हॉल में 3000 लोग बैठ सकते हैं। मंदिर में प्रतिदिन भगवद गीता और भागवत पुराण पर दैनिक कक्षाएँ प्रतिपादित होती हैं।[5]

इन्हें भी देखें

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  1. "प्रणब ने इस्कॉन के वैदिक कल्चरल सेंटर का उद्घाटन किया". अभिगमन तिथि 19 मई 2020.
  2. "इस्कॉन पुणे एनवीसीसी". अभिगमन तिथि 29 जून 2023.
  3. "इस्कॉन का 40 करोड़ रुपये का नया मंदिर लोगों को वैदिक काल में वापस ले जाएगा". अभिगमन तिथि 19 मई 2020.
  4. "इस्कॉन का 40 करोड़ रुपये का नया मंदिर लोगों को वैदिक काल में वापस ले जाएगा". अभिगमन तिथि 19 मई 2020.
  5. "प्रणब ने इस्कॉन के वैदिक कल्चरल सेंटर का उद्घाटन किया". अभिगमन तिथि 19 May 2020.