एटाउत्तर प्रदेश राज्य का एक प्रमुख जिला और शहर है, एटा में कई ऐतिहासिक स्थल हैं, जिनमें मंदिर और अन्य महत्त्वपूर्ण इमारतें शामिल हैं। एटा के आस-पास भी कई आकर्षक स्थान है, जैसे कि अवागढ़, जलेसर,सकीट और कादिरगंज, जो एटा जिले के आसपास स्थानीय पर्यटन आकर्षणों के लिए भी जाने जाते हैं। एटा में पर्यटन केवल अपने खूबसूरत स्थानों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि एटा में लोकप्रिय मेलों, त्योहारों और खाद्य पदार्थों तक भी फैला हुआ है। एटा उत्तर प्रदेश में घूमने के लिए कई महत्वपूर्ण स्थानों से जुड़ा हुआ है, जिसमें आगरा, वृंदावन और मथुरा शामिल हैं। एनएच-34 जैसे कई राष्ट्रीय मार्ग एटा से गुजरते हैं।नई दिल्ली एटा शहर से केवल 5 घंटे (207 किमी) की दूरी पर स्थित है।एटा के निकट मलावन में जवाहर तापीय विद्युत परियोजना का संयंत्र स्थापित किया गया है जिसकी क्षमता 660 मेगावाट है। इसे दक्षिणी कोरिया की दुसान कंपनी द्वारा बनाया जा रहा है।

एटा
—  शहर  —
Map of उत्तर प्रदेश with एटा marked
भारत के मानचित्र पर उत्तर प्रदेश अंकित
Location of एटा
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०)
देश  भारत
राज्य उत्तर प्रदेश
लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र (सांसद राजवीर सिंह (भाजपा)
जनसंख्या
घनत्व
१०७,०९८ (2001 के अनुसार )
• 717/किमी2 (1,857/मील2)
क्षेत्रफल 5,444 km² (2,102 sq mi)
आधिकारिक जालस्थल: etah.nic.in

निर्देशांक: 27°38′N 78°40′E / 27.63°N 78.67°E / 27.63; 78.67

यह कानपुर-दिल्ली राजमार्ग पर मध्य बिंदु है ऐतिहासिक रूप से, यह 1857 के विद्रोह के केंद्र के लिए भी जाना जाता है। प्राचीन काल में, एटा को “आंथा” कहा जाता था जिसका मतलब है कि यादव समुदाय के लोगों की वजह से ‘आक्रामक रूप से जवाब देना’ है, जो बहुत आक्रामक हैं। प्राचीन काल में, एटा को “आंथा” कहा जाता था । यह तब था जब अगरगढ़ का राजा अपने 2 कुत्तों के साथ जंगल में शिकार कर रहा था। कुत्तों ने एक लोमड़ी को देखा और भौंकने शुरू कर दिया और उसका पीछा किया। लोमड़ी अपने आप को राजा के कुत्तों से बचाने की कोशिश कर रही थी लेकिन जब वह एटा पहुंच गई, तो लोमड़ी ने राजा के कुत्तों को बहुत आक्रामक प्रतिक्रिया दी। राजा लोमड़ी के व्यवहार परिवर्तन से हैरान था। इसलिए, उन्होंने सोचा कि इस जगह में कुछ ऐसा होना चाहिए जिसमें भाग लेने वाले लोमड़ी परिवर्तन रवैया बनाया गया था। इसलिए, इस जगह को नामित किया गया था, जिसे बाद में एटा के रूप में गलत माना गया। विद्या भारती की पुस्तक में एक और कहानी है, जो यहां खोए हुए व्यक्ति के कारण एटा का पुराना नाम ‘इंता’ कहता है। पानी की तलाश में, वह जमीन में खुदाई करता था और उसके जूते ने एक ईंट को मारा जो कि एन्टा नाम की ओर जाता है और बाद में यह शब्द एटा में बदल गया। एटा अपने यज्ञशाला के लिए बहुत प्रसिद्ध है जो गुरुकुल विद्यालय में स्थित है। यज्ञशाला को दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा यज्ञशाला माना जाता है। एक ऐतिहासिक किला है जो अवागढ़ के राजा द्वारा बनाया गया था। अवागढ़ एक जगह है जो एटा से 22 किमी दूर है। एटा के पास भगवान शिव को समर्पित कैलाश मंदिर नामक एक ऐतिहासिक मंदिर भी है, जो उत्तर भारत का सर्वाधिक मानव निर्मित ऊंचाई पर स्थित शिवालय है। इसको कासगंज के कायस्थ(कुलश्रेष्ठ) राजा दिलसुख राय बहादुर द्वारा बनवाया गया था। इस मंदिर में जाने के लिए लगभग 108 सीढियां हैं।मंदिर के बराबर में ही एक विशाल सरोवर का निर्माण भी कायस्थ राजा दिलसुख राय बहादुर द्वारा किया गया था।अमीर खुसरो पटियाली(कासगंज)में पैदा हुए थे और उर्दू के सबसे अच्छे कवियों में से एक माने जाते हैं। यह जिला अलीगढ़ डिवीजन का हिस्सा है। बहुसंख्य आबादी यादव और लोदी राजपूत हैं। कुलश्रेष्ठ परिवारों का जिला एटा में है। राष्ट्रीय राजमार्ग-91 इस जिले से गुजरता है। एटा के निकटतम जिले फर्रुखाबाद, मैनपुरी, फिरोजाबाद, हाथरस, कासगंज से घिरा हुआ है। पहले कासगंज एटा जिले का हिस्सा था। कासगंज की स्थापना 15 अप्रैल 2008 को एटा जिले के कासगंज, पटियाली और सहवार तहसील के विभाजन के द्वारा की गई थी। वर्तमान में एटा में 8 ब्लॉक हैं। जैथरा, मारहरा, निधौली कलां, सकिट, शीतलपुर, अवागढ़, अलीगंज, जलेसर, राजा का रामपुर प्रमुख शहर है।

भौगोलिक स्थिति

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एटा 27.63 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 78.67 डिग्री पूर्वी देशान्तर पर स्थित है। इसकी औसत ऊंचाई 170 मीटर (557 फीट) है।

स्थलाकृति

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एटा शहर का आकार बन्द मुठ्ठी के समान है। कटोरेनुमा जमीन है अर्थात शहर बाहरी किनारों पर ऊंचा है जबकि बीच में कुछ गहरा है।

यहां की जलवायु नम व शुष्क दोनों प्रकार की है।

जिले के लोगों का प्राथमिक व्यवसाय कृषि है यह क्षेत्र गंगा और यमुना (दोआब) के बीच स्थित है जो कि अत्यधिक उपजाऊ (जलोढ़ मिट्टी) है। किसान एक वर्ष में तीन फसलों का उत्पादन कर रहे हैं। सिंचाई के लिए पानी वर्ष दौर उपलब्ध है। मुख्य कृषि उत्पाद चावल, गेहूं, जौ, ज्वार, बाजरा, मक्का; मिट्टी तंबाकू की खेती के लिए उपयुक्त है।

वनस्पति और जीव

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यहां अनेक प्रकार की वनस्पतियां, पेड़-पोधे और जीव जंतु रहते हैं।

कला और संस्कृति

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एटा की संस्कृति और विरासत बहुत प्राचीन हैं। एटा एक विकासशील शहर है।यह ब्रिटिश काल के बाद से जिला मुख्यालय है।राष्ट्रीय राजमार्ग 34(गंगोत्री धाम उत्तराखंड से लखनादौन मध्य प्रदेश) शहर एटा के माध्यम से गुजरता है। पड़ाव मैदान (खुले मैदान) सेना के आंदोलन के दौरान सेना के लिए उपयोग किया जाने वाला क्षेत्र है।हर साल सितंबर और अक्टूबर महीने में दशहरा में राम-लीला के लिए और दिसंबर से फरवरी तक प्रदर्शनी के लिए इस क्षेत्र का उपयोग किया जाता है।केवल ये एक वर्ष में दो घटनाएं हैं जब जिला एटा के लोग कविसमेलन, नृत्य प्रतियोगिता और मेला जैसी घटनाओं का आनंद ले सकते हैं।

त्यौहार व समारोह

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चूंकि ये उत्तर भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में है इसलिए उत्तर प्रदेश में होने वाले हर त्यौहार यहां मनाए जाते हैं। जैसे- होली,दिवाली,दशहरा,रक्षाबंधन,श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, बुद्ध पूर्णिमा, ईद,क्रिसमस डे आदि। जिले में गाँव जमलापुर की होली बहुप्रसिध्द है। यहाँ ब्रज की तर्ज पर दो दिन की होली मनायी जाती है । दोनों दिन गाँव में फाग निकाली जाली जाती है और नृत्य का आयोजन होता है। फाग में ठाकुर राजेन्द्र सिंह, ठाकुर आदेश सिंह,ठाकुर राजवीर सिंह,पंडित नरेश मुदगल के द्वारा गाये होली गीत और ठाकुर अशोक सिंह राठौर और दिनेशचन्द्र सैनी द्वारा बजाया गया ढोल बहुप्रसिध्द है।

जनसांख्यिकी

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भारत की सन् 2011 की जनगणना के अनुसार एटा जिले की कुल जनसंख्या 1,761,152 है।[1] यह लगभग गाम्बिया नामक देश[2] अथवा अमेरिकी राज्य नेब्रास्का की कुल जनसंख्या के समान है।[3] इस आधार पर इसको भारत में 272वें जिले का दर्जा प्राप्त है।[1] जिले का जनसंख्या घनत्व 717 प्रत्येक वर्ग किलोमीटर में निवासी (1,860/वर्ग मील) है।[1] 2001–2011 के दौरान यहाँ जनसंख्या वृद्धि दर 12.77 प्रतिशत रही।[1] यहाँ लिंगानुपात 863 महिला प्रति 1000 पुरुष है[1] और यहाँ साक्षरता दर 82.27% है।[1] 2011 की जनगणना के अस्थायी आबादी के आंकड़ों के मुताबिक:एटा शहर की 2011 में जनसंख्या 1.32 लाख थी।जबकि एटा अर्बन क्षेत्र की जनसंख्या 1लाख 70 हजार है। क्षेत्र: 4,446 वर्ग किमी नगर निकायों की संख्या: 9 न्याय पंचायतों की संख्या: 72 तहसील की संख्या: 3 संसदीय निर्वाचन क्षेत्र की संख्या: 3 डिवीजन: अलीगढ़ ब्लॉक की संख्या: 8 ग्राम पंचायत की संख्या: 576 गांवों की संख्या: 883 असेंबली निर्वाचन क्षेत्र की संख्या: 4

2024 में एटा जिले की अनुमानित जनसंख्या 2,030,000 है |[4]

यहां की मूल भाषा हिन्दी है।कहीं कहीं इंग्लिश और उर्दू भी प्रयोग की जाती है। जीटी रोड पर स्थित एटा की सिंधी कॉलोनी में सिंधी भाषा बोलने वाले सिंधी समाज के लोग भी रहते हैं जो आपसे बोलचाल की भाषा में सिंधी भाषा ही प्रयोग करते हैं।

  1. "District Census 2011". Census2011.co.in. 2011. मूल से 11 जून 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ३ जून २०१४.
  2. US Directorate of Intelligence. "Country Comparison:Population". मूल से 27 सितंबर 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ३ जून २०१४.
  3. "2010 Resident Population Data". अमेरिकी जनगणना ब्यूरो. मूल से 23 अगस्त 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ३ जून २०१४.
  4. "Etah District Population Census 2011 - 2021 - 2024, Uttar Pradesh literacy sex ratio and density". www.census2011.co.in. अभिगमन तिथि 2024-10-27.