ऐन. वलरमठी

प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक

ऐन. वलरमठी (तमिल: ந‌. வளர்மதி) एक भारतीय वैज्ञानिक और भारत के पहले स्वदेश विकसित रडार इमेजिंग उपग्रह, रिसैट-1 (RISAT-1) की परियोजना निर्देशक हैं। वह पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के सम्मान में तमिलनाडु सरकार द्वारा 2015 में स्थापित अब्दुल कलाम पुरस्कार प्राप्त करने वाली पहली व्यक्ति हैं। [1]

ऐन. वलरमठी
जन्म अरियालुर, तमिलनाडु
नागरिकता भारत
राष्ट्रीयता भारतीय
क्षेत्र भौतिक विज्ञान
संस्थान भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र
शिक्षा सरकारी तकनीकी कालज, कोइम्बतुर
उल्लेखनीय सम्मान डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम पुरुस्कार (2015)

प्रारंभिक जीवन संपादित करें

उनका जन्म अलियुर, तमिलनाडु में हुआ और निर्मला लड़कियों के उच्चतर माध्यमिक स्कूल से शिक्षा हासिल की। उन्होंने अपनी इंजीनियरिंग की डिग्री सरकारी तकनीकी कॉलेज, कोयंबटूर से की और परास्नातक, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार में अन्ना विश्वविद्यालय से की। [2][3]

कैरियर संपादित करें

वह इसरो के साथ 1984 से काम कर रही हैं बहुत सी परियोजनाओं जैसे कि- इन्सैट 2A, आईआरएस आईसी, आईआरएस आईडी, टीईएस में शामिल रही हैं।[4] वह भारत के पहले स्वदेश विकसित रडार इमेजिंग उप रिसैट -1 की परियोजना निर्देशक थीं, जो सफलतापूर्वक 2012 में लांच किया गया था। [5] भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में वह टी. के. अनुराधा, परियोजना निर्देशक जीसैट-12-2011 के बाद किसी प्रतिष्ठित परियोजना का निर्देशन करने वाली दूसरी महिला हैं। 

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "ISRO Expert Valarmathi 1st Recipient of Kalam Award". New Indian Express. मूल से 18 अगस्त 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 August 2015.
  2. "Proud moment for woman scientist". Deccan Herald. मूल से 24 सितंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 August 2015.
  3. "'Daughter of soil' makes Ariyalur proud". The Hindu. मूल से 10 मार्च 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 August 2015.
  4. "Meet: The woman behind Risat-1". India Times. मूल से 24 सितंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 August 2015.
  5. "Kalam award for ISRO scientist". The Hindu. अभिगमन तिथि 16 August 2015.