महाराजा ओकाक कोलीय देवदह राज्य (कोलीय गणराज्य) के कोली महाराजा थे। कोलीय गणराज्य की राजधानी देवदह थी। ओकाक की मृत्यु के पश्चात कोलीय गणराज्य की बागडोर उनके पुत्र अंजन कोलीय ने संभाली।[1][2] महाराजा ओकाक कोलीय की एक पुत्री थी जिसका नाम कंचना था एक एक पुत्र था जिसका नाम अंजन एवं पडौसी मुल्क कपिलवस्तु (शाक्य गणराज्य) के शासक जयसेन की भी एक पुत्री थी जिसका नाम यशोधरा था और एक पुत्र था जिसका नाम शुद्धोधन था। राजकुमार शुद्धोधन का विवाह कोलीय गणराज्य की राजकुमारी कंचना के साथ हुआ एवं कोलीय गणराज्य के राजकुमार अंजन का विवाह शाक्य गणराज्य की राजकुमारी यशोधरा के साथ करा दिया गया।[3]

संदर्भ संपादित करें

  1. Bidari, Basanta (2002). Lumbini, a Haven of Sacred Refuge (अंग्रेज़ी में). B. Bidari. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-99933-807-0-2.
  2. Bigandet, Paul Ambroise (2014-01-14). The Life Or Legend Of Gaudama, Volume 1 (अंग्रेज़ी में). Jazzybee Verlag. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-3-8496-4228-0.
  3. Srivastava, Krishna Murari (1986). Discovery of Kapilavastu (अंग्रेज़ी में). Books & Books. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-85016-16-0.