करन अर्जुन

1995 की राकेश रोशन की फ़िल्म
(करन अर्जुन (1995 फ़िल्म) से अनुप्रेषित)

करन अर्जुन 1995 में बनी हिन्दी भाषा की नाटकीय एक्शन फ़िल्म है। इसमें सलमान खान, शाहरुख खान, राखी गुलज़ार, ममता कुलकर्णी, काजोल, अमरीश पुरी, आशिफ शेख और रंजीत मुख्य अभिनेता हैं। दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे के बाद यह 1995 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म थी।

करन अर्जुन

करन अर्जुन का पोस्टर
निर्देशक राकेश रोशन
निर्माता राकेश रोशन
अभिनेता सलमान ख़ान,
शाहरुख़ ख़ान,
काजोल देवगन,
अमरीश पुरी,
राखी गुलज़ार,
ममता कुलकर्णी,
जॉनी लीवर,
रंजीत
संगीतकार राजेश रोशन
प्रदर्शन तिथि
13 जनवरी 1995
देश भारत
भाषा हिन्दी

गरीब दुर्गा (राखी) अपने दो बेटे, करन (सलमान खान) और अर्जुन (शाहरुख खान) के साथ गाँव में रहती है। दोनों के पिता गाँव के ठाकुर के बेटे के पुत्र हैं। उनके पिता के रिश्तेदार दुर्जन सिंह (अमरीश पुरी) ने उनके पिता को मार दिया। जब उनके दादा गुजर जाते हैं, तो दुर्जन सिंह पैतृक संपत्ति में उन्हें हिस्सा लेने से रोकने के लिये अपने सालों नहार (अर्जुन) और शमशेर (जैक गॉड) से करन और अर्जुन को भी मरवा देता है। दुर्गा को सदमा लगता है और वो काली माँ से अपने बेटों को वापिस लाने के लिये कहती है।

करन और अर्जुन तभी दोबारा पुनर्जन्म लेते हैं। अर्जुन का विजय के रूप में पुनर्जन्म होता है। वह अमीर लड़की सोनिया (काजोल) से प्यार करने लगता है। उसके पिता सक्सेना (रंजीत) दुर्जन सिंह के साथ गैर-कानूनी कार्य में लिप्त हैं और साथ ही उसकी शादी उसके बेटे सूरज (आशिफ शेख) से तय है। जबकि करन का पुनर्जन्म अजय के रूप में होता है जो सक्सेना के लिये काम करना शुरू कर देता है। करन और अर्जुन को अभी भी पिछले जन्मों में उनकी मौत के बारे में दुःस्वप्न आते है। सोनिया और सूरज की सगाई की पार्टी में विजय आता है और सूरज पर हमला करता है। अजय को विजय को मारने के लिए भेजा जाता है और दोनों में लड़ाई शुरू हो जाती है।

सक्सेना विजय को गोली मारने की कोशिश करता है, लेकिन अजय ने अर्जुन भाग चिल्लाते हुए उसे रोक दिया। यह ऐसा कुछ है जिसे अजय ने अपने पिछले जन्म में विजय से कहा था। अजय को जेल भेजा जाता है जबकि विजय बच निकलता है। सूरज से शादी करने के लिए सोनिया को जबरन दुर्जन के घर ले जाया जाता है। विजय अपने दोस्त (जॉनी लीवर) के साथ उसे बचाने जाता है। वहाँ सब उसे अर्जुन कहकर बुलाते हैं। वह दुर्गा से मिलता है और उसे अपनी पहली जिंदगी का सब याद आ जाता है। वो अजय को बचाता है और उसे सब बताता है लेकिन वो उस कहानी को मानने से इंकार कर देता है। लेकिन जब दुर्जन के साले फिर दुर्गा पर हमला करते हैं उसे भी सब याद आ जाता है। आखिर में अजय और विजय सब गुंडों को मार देते हैं और अपनी माँ के सामने दुर्जन सिंह का कत्ल कर देते हैं। करन अपनी प्रेमिका बिंदिया (ममता कुलकर्णी) और अर्जुन सोनिया से विवाह कर लेते हैं।

मुख्य कलाकार

संपादित करें

फिल्म का संगीत राजेश रोशन ने दिया था और सभी गानों के बोल इन्दीवर ने लिखे थे।

शीर्षक गायक फिल्माया गया.. अवधि
"ये बंधन तो" कुमार सानु, उदित नारायण, अलका याज्ञिक राखी गुलज़ार, सलमान खान, शाहरुख़ खान 05:40
"ये बंधन तो (उदास)" उदित नारायण राखी गुलज़ार, सलमान खान, शाहरुख़ खान, ममता कुलकर्णी 01:38
"भंगड़ा पाले " मुहम्मद अज़ीज़, सुदेश भोंसले, साधना सरगम, अलका याज्ञिक राखी गुलज़ार, सलमान खान, शाहरुख़ खान, ममता कुलकर्णी 07:07
"एक मुंडा मेरी उमर दा" लता मंगेशकर सलमान खान, ममता कुलकर्णी 07:38
"जय माँ काली" कुमार सानु, अलका याज्ञिक सलमान खान, शाहरुख़ खान, ममता कुलकर्णी और काजोल 07:07
"गुप चुप गुप चुप" अलका याज्ञिक, ईला अरुण ममता कुलकर्णी, शीला आर. 06:02
"जाती हूँ मैं" कुमार सानु, अलका याज्ञिक शाहरुख़ खान और काजोल 06:24

नामांकन और पुरस्कार

संपादित करें
वर्ष नामित कार्य पुरस्कार परिणाम
1996 राकेश रोशन फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म पुरस्कार नामित
राकेश रोशन फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ निर्देशक पुरस्कार नामित
सलमान ख़ान फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार नामित
राखी गुलज़ार फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार नामित
अशोक सर्राफ फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता पुरस्कार नामित
जॉनी लीवर फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता पुरस्कार नामित
अमरीश पुरी फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ खलनायक पुरस्कार नामित
राजेश रोशन फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार नामित

बाहरी कड़ियाँ

संपादित करें