किशोरी शरण लाल

भारतीय इतिहासकार

किशोरी शरण लाल (१९२० – ११ मार्च २००२) भारतीय इतिहासकार थे। उन्होने कई इतिहास ग्रन्थों की रचना की जो मुख्यतः मध्यकालीन भारतीय इतिहास से सम्बन्धित हैं। अपनी मातृभाषा हिन्दी में प्रवीण होने के साथ-साथ वे फारसी, प्राचीन फारसी, उर्दू, अंग्रेजी एवं अन्य भाषाओं में भी धाराप्रवाह बोल लेते थे।

किशोरी शरण लाल
जन्म 1920[1][2][3][4][5]
मौत 2002[1][3][5] Edit this on Wikidata
नागरिकता भारत, ब्रिटिश राज, भारतीय अधिराज्य Edit this on Wikidata
शिक्षा इलाहाबाद विश्वविद्यालय Edit this on Wikidata
पेशा इतिहासकार,[6] लेखक, विश्वविद्यालय शिक्षक Edit this on Wikidata
उल्लेखनीय कार्य {{{notable_works}}}

जीवन परिचय संपादित करें

किशोरी शरण लाल ने १९४१ में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से परास्नातक डिग्री प्राप्त की। १९४५ में उन्होंने डी फिल प्राप्त किया। इसके लिये उनका विषय था, "खालजियों का इतिहास" (history of the Khaljis). बाद में इसी को आधार बनाकर उन्होंने 'खालिजों का इतिहास" पर एक विस्तृत पुस्तक लिखी। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में वे व्याख्याता नियुक्त हुए, जिस पर वे बहुत कम समय तक रहे।

सन १९४५ से १९६३ तक वे मध्य प्रदेश शिक्षा सेवा में थे। उन्होंने नागपुर, जबलपुर, और भोपाल से शासकीय महाविद्यालयों में अध्यापन किया। सन १९६३ में वे दिल्ली विश्वविद्यालय में रीडर के पद पर नियुक्त हुए जहाँ उन्होंने भारत के मध्यकालीन इतिहास का शिक्षण किया।

सन १९७३ से लेकर १९७९ तक वे जोधपुर विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के प्राध्यापक और विभागाध्यक्ष रहे। इसके बाद १९७९ से १९८३ तक वे हैदराबाद केन्द्रीय विश्वविद्यालय में इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष रहे।

सन २००१ में उन्हें भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। इसके अलावा विद्यालयी स्तर का इतिहास का पाठ्यक्रम तैयार करने के लिये उन्हें राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) की समिति में भी रखा गया।

कृतियाँ संपादित करें

  • The Legacy of Muslim Rule in India. New Delhi, Aditya Prakashan, 1992. ISBN 81-85179-03-4
  • History of the Khaljis (1950, 1967, 1980)
  • Twilight of the Sultanate (1963, 1980)
  • Studies in Asian History (edited - 1969)
  • Growth of Muslim Population in Medieval India (1973)
  • Early Muslims in India (1984)
  • The Mughal Harem (1988)
  • Indian Muslims: Who are they (1990)
  • Muslim Slave System in Medieval India (1994)
  • Historical essays
  • Theory and Practice of Muslim State in India (1999)
  • Growth of Scheduled Tribes and Castes in Medieval India (1995)

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. German National Library; Berlin State Library; Bavarian State Library; Austrian National Library, एकीकृत प्राधिकरण फ़ाइल, GND अभिज्ञापक 104221682, अभिगमन तिथि 18 अक्टूबर 2015Wikidata Q36578
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  6. German National Library; Berlin State Library; Bavarian State Library; Austrian National Library, एकीकृत प्राधिकरण फ़ाइल, अभिगमन तिथि 25 जून 2015Wikidata Q36578