कीमिया अथवा कीमियागारी एक प्राचीन दर्शन (या सोच) तथा व्यवसाय था जिसमें अल्कली धातुओं को स्वर्ण में बदलने का प्रयत्न किया जाता था। इसके अलावा दीर्घायु होने के लिये 'अमृत' के निर्माण का प्रयत्न तथा अनेक ऐसे पदार्थ बनने का प्रयत्न किया जाता था जो असाधारण गुणों वाले हों।[1]

कीमिया
An alchemical adept carrying the vase of Hermes, which is in Wellcome V0025629.jpg
एक माहिर कीमियाई पत्थर के छोटे टीले वाले गुलदस्ते को ले जा रहे हैं
माध्यमप्रकृति
प्रकार
  • कलात्मक कीमिया
  • चिकित्सा कीमिया
उद्भव युगप्राचीन युग
जाबीर इब्न हय्यान (८वीं शताब्दी) ने वैज्ञानिक एवं प्रयोगाधारित रसायन की नींव रखी। उसे रसायन का जनक कहा जाता है।

कीमिया शब्द पुरानी फारसी से आया है जिसका शाब्दिक अर्थ "सोना" (स्वर्ण) होता है। उर्दु भाषा में रसायन शास्त्र को आज भी कीमिया कहा जाता है।

कीमियागरों की सूचिसंपादित करें

कुछ चर्चित कीमियागरों के नामों की सूचि है:

  1. जाबिर इब्न हायन
  2. योहान कोनराड डिप्पेल
  3. वाग्भट – चिकित्सा कीमिया(आयुर्वेद)
  4. हेनरिक खुनृथ
  5. नागार्जुन
  6. हेनिंग ब्रांड
  7. निकोलस फ्लामेल
  8. बर्नार्ड ट्रेविसान
  9. अलेक्जेंडर वॉन
  10. एडमंड डिकिंसन
  11. खालिद बिन यज़ीद
  12. मस्लामा अल माज्रिती
  13. पेरेनेल फ्लामेल
  14. कपिला जी

सन्दर्भसंपादित करें

  1. Malouin, Paul-Jacques (1751), "Alchimie [Alchemy]", en:Encyclopédie ou Dictionnaire Raisonné des Sciences, des Arts, et des Métiers, Vol. I, Paris: मिशिगन प्रकाशन के The Encyclopedia of Diderot & d'Alembert Collaborative Translation Project के लिए 2003 में लॉरेन योडर द्वारा अनुवादित Italic or bold markup not allowed in: |publisher= (मदद).

इन्हें भी देखेंसंपादित करें

बाहरी कड़ियाँसंपादित करें