कुलशेखर (तमिल : कुलचेकर[1]) (जीवनकाल : ९वीं शताब्दी ईसवी[2]), दक्षिण भारत के मध्यकाल के एक सन्त कवि तथा भक्ति के प्रवर्तक थे। विद्वानों का मत है कि शाही नाटककार कुलशेखर वर्मा और कुलशेखर आलवार एक ही व्यक्ति हैं। विद्वानों का यह भी मत है कि स्थाणु रवि कुलशेखर जो चेर राजवंश के आरम्भिक शासकों में से एक थे, वे ही कुलशेखर आलवार ही हैं। [2][3]

कुलशेखर
कुलशेखर का आधुनिक चित्रण (१९वीं शताब्दी)
व्यक्तिगत जानकारी
जन्मवांची (कोडुनगल्लुर)
मृत्युमन्नारकोविल
वृत्तिक जानकारी
मुख्य कृतीयाँ
  • Perumal Tirumozhi
  • Mukundamala
  1. "South Asian Arts". Encyclopedia Britannica (अंग्रेज़ी में). मूल से 31 मई 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2018-11-23.
  2. Noburu Karashmia (ed.), A Concise History of South India: Issues and Interpretations. New Delhi: Oxford University Press, 2014. 143.
  3. Narayanan, M. G. S. Perumāḷs of Kerala. Thrissur (Kerala): CosmoBooks, 2013. 65-66, 95-96, 383-5, 436.

इन्हें भी देखें

संपादित करें

बाहरी कड़ियाँ

संपादित करें