कुश
इस लेख में सन्दर्भ या स्रोत नहीं दिया गया है। कृपया विश्वसनीय सन्दर्भ या स्रोत जोड़कर इस लेख में सुधार करें। स्रोतहीन सामग्री ज्ञानकोश के उपयुक्त नहीं है। इसे हटाया जा सकता है। (अप्रैल 2018) |
![]() | यह हिन्दू पुराण-सम्बन्धी लेख एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें। |
लव कुश भगवान राम कथा सीता के पुत्र थे I जिनका जन्म महर्षि वाल्मीकि के आश्रम में हुआ था I
लव व कुश ने राम के अश्वमेघ घोड़े को पकड़ कर राम को युद्ध के लिये चुनौती दे डाली थी।अयोध्या के सभी वीरों को छोटे से बालक ने हराकर यह सिद्ध कर दिया था; शक्ति का गुरूर खतरनाक होता है।लव के भाई होने के कारण कुश ने अपनी माँ सीता को न्याय दिलाने के लिये अयोध्या राजा सह पिता से भरी सभा में संवाद किया और माँ सीता को पवित्र और सत्य सावित किया। माँ सीता ने अपने राज्य को कुश के हाथ में सौंप दिया और खुद धरती माँ के गर्भ में चली गयी। तभी से कुश को स्त्री
कुरु वंश - महाभारत पर्यान्त वंशावलीसंपादित करें
- परीक्षित २ |हर्णदेव | रामदेव | व्यासदेव * द्रौनदेव
ब्रहाद्रथ वंशसंपादित करें
यह वंश मगध में स्थापित था।
मगध वंशसंपादित करें
नन्द वंशसंपादित करें
- उग्रसेन ४२४-४०४
- पण्डुक ४०४-३९४
- पण्डुगति ३९४-३८४
- भूतपाल ३८४-३७२
- राष्ट्रपाल ३७२-३६०
- देवानन्द ३६०-३४८
- यज्ञभङ्ग ३४८-३४२
- मौर्यानन्द ३४२-३३६
- महानन्द ३३६-३२४