कोटवालिया गुजरात की एक जनजाति है को भील जनजाति की एक शाखा है। इस जनजाति का सम्बन्ध बांस के कार्य करने वाले से जोड़ा जाता है तथा विटोलिया, बरोडिया और बंसफोड़िया को भी कोटवालिया का ही भाग माना जाता है। भील जनजाति मुख्यतः दो संवर्गो में बंटी है- उजले भील और मैले भील। मैले भील बड़वी, बसावा, गामीत, कोटवालिया, चौधरी तथा काथुड़ गोत्र समूहों में विभक्त हैं। गोत्रों समूहों के नाम मिथकों, स्थान, व्यवसाय आदि के आधार पर उद्भुत है। पुनः कोटवालिया जनजाति पांच गोत्रों में विभक्त हैं- कोटवालिया, बरंगिया, बरोड़िया, बंसफोड़िया तथा वीटोलिया। ये गोत्र वंशों में और वंश कई परिवारों में विभक्त हैं। ये वर्तमान समय में गोत्र अन्तर्विवाह तथा परिवार व वंश वहिर्विवाह के नियम का अनुपालन करते हैं।

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