खाम (KHAM) भारत के गुजरात राज्य में कांग्रेस द्वारा बनाया गया एक सामाजिक संगठन है जिसका मुख्य उद्देश्य सभी को एक साथ लाना था। खाम का अर्थ 'के से कोली क्षत्रिय, एच से हरिजन, ए से आदीवासी और एम से मुस्लिम' है।[1] खाम का निर्माण करने की योजना झीनाभाई दरज़ी, हरिहर खमबोल्जा एवं सनत महेत ने बनाई थी। इन्होंने देखा गुजरात मे जनता दल के सहयोगी पाटीदार जाति के विरुद्ध चार प्रतिशत राजपूत एवं चौबीस प्रतिशत कोली थे जिससे इनकी खाम बनाने की योजना को बल मिला।[2]

१९७१ में गुजरात में पाटीदार जाति ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया था और जनता दल का साथ देने लगे थे[3] जिसके चलते कांग्रेस ने खाम का निर्माण किया जिसके फलस्वरूप १९८० में कांग्रेस की सरकार बनी जिसमें महत्वपूर्ण भूमिका कोली जाति की थी क्योंकि गुजरात मे २४% कोली जाति की आबादी है एवं गुजरात की प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र मे कोलियों का प्रभाव था।[4][5] लेकिन बाद में भारतीय जनता पार्टी ने हिंदूत्व के नाम पर खाम की कई जातियों को अपनी तरफ़ पर कर लिया था जिनमे से कांग्रेस की रीढ़ की हड्डी मानी जाने वाली कोली जाति भी भारतीय जनता पार्टी की तरफ़ हो गई जिसके फलस्वरूप गुजरात कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा।[6]

खाम निती के चलते कोली जाति १९९८ तक कांग्रेस के साथ बनी रही एवं खाम के लिए कोली जाति बहुत महत्वपूर्ण थी जिसका एक मुख्य कारण माधवसिंह सोलंकी को मुख्यमंत्री बनाएं जाना था। लेकिन जैसे तैसे भारतीय जनता पार्टी ने हिन्दुत्व के नाम पर क्षत्रिय कोलियों को अपनी ओर आकर्षित किया जिसमें मुख्य किरदार कोली समाज के नेता सोमाभाई पटेल का था जिसने खाम की रीढ़ की हड्डी मानी जाने वाली जाति कोली के साथ-साथ अन्य ओवीसी जातियों को भी भारतीय जनता पार्टी की तरफ़ कर दिया एवं सोमाभाई पटेल ही पहले कोली थे जिनको भारतीय जनता पार्टी की तरफ़ से १९८५ में टिकट मिला था।[7][8]

संदर्भ संपादित करें

  1. Gupta, Dipankar (1996). Political Sociology in India: Contemporary Trends (अंग्रेज़ी में). Orient Blackswan. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-250-0665-7. मूल से 21 जुलाई 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 जुलाई 2020.
  2. Wood, John R. (2019-06-04). State Politics In Contemporary India: Crisis Or Continuity? (अंग्रेज़ी में). Routledge. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-000-31306-2. मूल से 21 जुलाई 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 जुलाई 2020.
  3. Sinha, Aseema; Sinha, See Temporary Address Below Aseema (2005). The Regional Roots of Developmental Politics in India: A Divided Leviathan (अंग्रेज़ी में). Indiana University Press. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-253-34404-5. मूल से 21 जुलाई 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 जुलाई 2020.
  4. Lobo, Lancy (1995). The Thakors of North Gujarat: A Caste in the Village and the Region (अंग्रेज़ी में). Hindustan Publishing Corporation. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-7075-035-2.
  5. Gupta, Dipankar (1996). Political Sociology in India: Contemporary Trends (अंग्रेज़ी में). Orient Blackswan. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-250-0665-7. मूल से 21 जुलाई 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 21 जुलाई 2020.
  6. Janata (अंग्रेज़ी में). 2007.
  7. "A community called Koli - Indian Express". archive.indianexpress.com. मूल से 27 दिसंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2020-07-21.
  8. "Presidential Election 2017: Ram Nath Kovind is BJP's ace in hole for Gujarat polls - India News , Firstpost". Firstpost. 2017-06-21. मूल से 7 जनवरी 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2020-07-21.